अगरतला, आठ अक्टूबर (भाषा) पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में यहां का सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा मनाने की तैयारी चल रही है तथा इसे देखते हुए पूरे राज्य और भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इस वर्ष राज्य भर में दूर्गा पूजा के 2,850 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें अगरतला नगर निगम (एएमसी) क्षेत्र में 450 शामिल हैं।
मुख्यमंत्री माणिक साहा पहले ही कम से कम 15 सामुदायिक पूजाओं का उद्घाटन कर चुके हैं।
सहायक महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) अनंत दास ने कहा, ‘त्योहारों के लिए पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, हालांकि कोई विशेष खतरा नहीं है।’
उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है तथा उत्सव के दौरान भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसी भी घुसपैठ की कोशिश को विफल करने के लिए बांग्लादेश के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) सीमावर्ती क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रख रही है।
पश्चिमी त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक किरण कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘उच्च न्यायालय के आदेश के बाद यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं कि संगीत की आवाज 65 डेसिबल से अधिक न हो। इसके अलावा रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक कोई संगीत बजाने की अनुमति नहीं होगी।’
उन्होंने कहा, ‘भीड़ वाले पूजा स्थलों पर सीसीटीवी लगाए गए हैं तथा निगरानी टावर, जांच चौकियां और पुलिस सहायता बूथ स्थापित किए गए हैं।’
भाषा
शुभम माधव
माधव
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