नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्य नडेला और अरबपति गौतम अदाणी ने महान तबला वादकों में से एक जाकिर हुसैन के निधन पर शोक व्यक्त किया।
हुसैन का अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में एक अस्पताल में निधन हो गया। हुसैन की मृत्यु फेफड़े संबंधी समस्या ‘इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस’ से उत्पन्न जटिलताओं के कारण हुई। वह 73 वर्ष के थे।
सोशल मीडिया मंच ‘लिंक्डन’ पर एक पोस्ट में नडेला ने कहा, ‘एक सच्चे दिग्गज उस्ताद जाकिर हुसैन।’
उन्होंने आगे कहा, ‘आपका संगीत सीमाओं से परे है और हमेशा जिंदा रहेगा।’
‘पोर्ट्स-टू-एनर्जी अदाणी’ ग्रुप के संस्थापक चेयरमैन गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया मचं ‘एक्स’ पर जाकिर हुसैन के निधन पर शोक व्यक्त किया।
उन्होंने लिखा,’दुनिया ने एक ऐसी लय खो दी है जिसकी कोई जगह नहीं ले सकता। उस्ताद जाकिर हुसैन हमारे महान गुरु जिनकी जिनके तबले की थाप हमेशा भारत के संगीत प्रेमियों में गूंजती रहेंगी, अपने पीछे वे कालातीत कला का एक अनूठा रूप छोड़ गए हैं। उनकी विरासत एक शाश्वत ताल है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।’
सरकारी स्वामित्व वाली तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने हुसैन को एक ऐसे उस्ताद के रूप में वर्णित किया, जिन्होंने अपने तबले के साथ सीमाओं और समय को पार कर लिया, तथा आत्मा तक पहुंचने वाला संगीत दिया।
सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा गया, ‘उस्ताद जाकिर हुसैन जी एक संगीतकार से कहीं अधिक थे, वे प्रकृति की शक्ति थे – परंपरा और नवीनता का संगम। उनकी जादुई उंगलियां भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की कहानियां कहती थीं।’
ओएनजीसी ने कहा कि उनकी कला ने हमें याद दिलाया कि सबसे गहन ऊर्जा वह है जो मानवता को जोड़ती है। आप भले ही मंच से चले गए हों, लेकिन आपके तबले की थाप हमारे दिलों में हमेशा गूंजती रहेगी।
भाषा योगेश नरेश
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