first phase of Jammu and Kashmir elections

#SarkaronIBC24: विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान, जम्मू-कश्मीर चुनाव के पहले चरण में 59% वोटिंग

first phase of Jammu and Kashmir elections: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव बदली सियासी परिस्थितियों में हो रहे हैं.. कश्मीर में अब ना धारा 370 बची है और ना ही कश्मीर राज्य रह गया है.. इस केंद्र शासित प्रदेश में विकास, बेरोजगारी के साथ आतंकवाद भी अहम मुद्दा है...

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Modified Date: September 19, 2024 / 12:07 AM IST
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Published Date: September 19, 2024 12:07 am IST

नईदिल्ली: #SarkaronIBC24 जम्मू-कश्मीर में आज विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हुआ…सुबह से ही पोलिंग बूथ के बाहर वोटर्स की लंबी-लंबी कतार देखने को मिली… वोटर्स में वोटिंग को लेकर भारी उत्साह देखने को मिला… चुनावी रण में पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत बीजेपी और कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी भी मुकाबले में हैं..आम लोगों के साथ-साथ चुनाव में खड़े प्रत्याशियों ने बढ़-चढ़कर मतदान किया..

जम्मू-कश्मीर चुनाव के पहले चरण में 59% वोटिंग..
किश्तवाड़ में सबसे ज्यादा 77.23% मतदान..
दूसरे नंबर पर डोडा 69.33% तीसरे नंबर पर रामबन 67.71% ..
पुलवामा में सबसे कम 46.03% मतदान ..
जम्मू-कश्मीर की 24 विधानसभा सीटों पर पड़े वोट ..
25 सितंबर को दूसरे फेज में 26 सीटों पर होगी वोटिंग ..

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जम्मू-कश्मीर में पूरे 10 साल बाद लोकतंत्र का त्योहार आया.. कश्मीर की आवाम ने अपनी सरकार चुनने के लिए बढ़-चढ़कर मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा लिया.. विधानसभा की 24 सीटों के लिए सुबह से ही वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई थी.. मतदान केंद्रों के बाहर वोटर्स की लंबी-लंबी कतार देखने को मिली… आम लोग ही नही बल्कि प्रत्याशियों ने भी बढ़-चढकर मतदान किया और अपनी-अपनी जीत का दावा करते नजर आए… चुनावी हिंसा के पुराने इतिहास को देखते हुए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम रहे…

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव बदली सियासी परिस्थितियों में हो रहे हैं.. कश्मीर में अब ना धारा 370 बची है और ना ही कश्मीर राज्य रह गया है.. इस केंद्र शासित प्रदेश में विकास, बेरोजगारी के साथ आतंकवाद भी अहम मुद्दा है…

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जम्मू-कश्मीर में वोटर्स का उत्साह ये दिखाता है कि उनका अतीत भले आतंकवाद के चलते क्रूर रहा हो.. लेकिन भविष्य को लेकर कश्मीरी आशा से भरे हैं चुनावी लोकतंत्र पर उनका भरोसा जरा भी कम नहीं हुआ है.. सरकार चुनकर अपनी आवाज बुलंद करना चाहते हैं… हालांकि ये एक लंबा सफर है.. कश्मीरियों को लंबी लड़ाई लड़नी है.. जिसमें पूर्ण राज्य के दर्जे से लेकर विकास और अवसरों की समान भागीदारी सबसे अहम है….

ब्यूरो रिपोर्ट आईबीसी24