संभल (उप्र), तीन जनवरी (भाषा) लखनऊ में अपने ही परिवार के एक सदस्य के हाथों मारे गए पांच लोगों के शवों को शुक्रवार को संभल में दफना दिया गया।
मृतकों के शव शुक्रवार की सुबह संभल लाए गए। एक साथ पांच शवों को देखकर परिवार में गम का माहौल है। सरकार से हत्या के मुख्य आरोपी अरशद और उसके पिता को फांसी की सजा देने की मांग की गई है।
लखनऊ में मारी गयीं पांच महिलाओं के शवों को संभल ले जाने के बारे में पूछे जाने पर एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि आरोपी की मां अस्मा का मायका संभल के सरायतरीन मोहल्ले में है, इसलिए मां और बेटियों के शवों को उसके मामा को सौंपा गया और उनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी हुई।
सूत्रों ने बताया कि आरोपी के पिता के परिजनों ने शवों को लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाई, इसलिए ननिहाल पक्ष के लोगों को इसे सौंपा गया।
पुलिस के अनुसार, आगरा के 24 वर्षीय एक युवक ने जमीन संबंधी विवाद में अपने समुदाय के लोगों द्वारा उत्पीड़न किए जाने से परेशान होकर एक जनवरी की सुबह यहां एक होटल में अपनी चार बहनों और मां की हत्या कर दी थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था कि आरोपी मोहम्मद अरशद को दिल दहलाने वाली इस घटना के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया। यह घटना नाका क्षेत्र में स्थित होटल शरनजीत में हुई।
पुलिस उपायुक्त (मध्य लखनऊ) रवीना त्यागी के मुताबिक, आरोपी की पहचान अरशद (24) के रूप में हुई जिसने अपने ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी। इस घटना के बाद पुलिस ने उसे घटनास्थल से ही पकड़ लिया।
पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान आलिया (9), अलशिया (19), अक्सा (16), रहमीन (18)- सभी अरशद की बहनें और अस्मा (आरोपी युवक की मां) के रूप में हुई है।
त्यागी ने बताया था कि 24 वर्षीय अरशद आगरा का रहने वाला है और प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि उसने घरेलू विवाद की वजह से यह कदम उठाया।
इस बीच शुक्रवार को अस्मा के भाई मोहम्मद जीशान ने बताया, ‘उस दिन लखनऊ से फोन आया, उसके बाद मैंने अरशद से बात की। अरशद ने कहा कि उसने परिवार को मार दिया है, फिर पुलिस ने उसके हाथ से फोन ले लिया। करीब चार महीने पहले मेरी बहन से बात हुई थी। वह बहुत ही सरल और प्यारी थी। अब, मैं बस यही चाहता हूं कि अरशद को सख्त से सख्त सजा मिले, उसे फांसी हो और जल्द ही उसके पिता को भी गिरफ्तार किया जाए।’
इस चौंकाने वाली घटना के सामने आने के कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर एक कथित वीडियो सामने आया, जिसमें अरशद ने अपनी बहनों और मां की कलाई और गला काटने की बात कबूल की। उसने दावा किया कि उसने अपने इलाके के निवासियों द्वारा उत्पीड़न किए जाने से परेशान होकर यह कदम उठाया।
अरशद ने कहा था, ‘मैं और मेरा पूरा परिवार असहाय और हताश होकर यह कदम उठाने को मजबूर हैं… मैंने अपनी बहनों और मां को मार डाला है। जब पुलिस को यह वीडियो मिले, तो मैं अनुरोध करता हूं कि वह इसके लिए इलाके के लोगों को जिम्मेदार ठहराएं।’
उसने आरोप लगाया था कि उसके इलाके के लोगों ने उसका घर छीनने के लिए उसके परिवार के सदस्यों पर ‘अकल्पनीय अत्याचार’ किए हैं। उसने कहा कि आवाज उठाने के बावजूद किसी ने उनकी बात नहीं सुनी।
उन्होंने कहा, ‘अब 10 दिन हो गए हैं और हमें फुटपाथ पर सोने और ठंड में भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने हमसे हमारा घर छीन लिया है, जबकि हमारे पास संपत्ति के कानूनी कागजात हैं। हम इसे मंदिर को समर्पित करना चाहते थे और अपना धर्म बदलना चाहते थे, लेकिन हमसे सब कुछ छीन लिया गया।’
अरशद ने वीडियो क्लिप में पुलिस और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी अपील की थी।
पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार को अरशद को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया और उसके पिता को गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।
भाषा सं जफर आनन्द संतोष
संतोष