औरंगाबाद: illicit relations with Jija जिले के चंद्रगढ़ गांव से हत्या का मामला सामने आया है। मामले में शनिवार को पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस ने बताया कि जीजा के प्यार में पागल हुई शादीशुदा साली ने अपने पति को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने हत्या में शामिल धनंजय की पत्नी संध्या देवी, साढ़ू (पत्नी का जीजा) रिसियप थाना क्षेत्र के दुधैला गांव निवासी लल्लू यादव (पिता रामकृत यादव), इसी के गांव के कृष्णा कुमार चौधरी (पिता रामाशीष चौधरी) एवं रिसियप थाना के ही धनु बिगहा गांव निवासी शिवकुमार (पिता सुदामा यादव) को गिरफ्तार किया है।
illicit relations with Jija हत्या में प्रयुक्त हाकी स्टीक, बाइक एवं चार मोबाइल पुलिस ने जब्त की है। एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि धनंजय की पत्नी का अपने जीजा लल्लू से प्यार चल रहा था। पति इस प्यार का विरोध करता था। प्यार में बाधक बने पति की हत्या करने के लिए पत्नी के साजिश रची। हत्या के दिन अपने जीजा समेत गिरफ्तार दोनों युवकों को घर बुलाकर पति की हत्या कराई। एसपी ने बताया कि हत्या मामले में धनंजय के पिता गोपाल यादव के द्वारा 21 मार्च 2020 को अज्ञात हत्यारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। प्राथमिकी के बाद हत्या के इस मामले का राजफाश करने के लिए एसडीपीओ गौतम शरण ओमी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था। एसआइटी में थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल किए गए। एसआइटी के द्वारा वैज्ञानिक अनुसंधान के तहत इस कांड का सात दिनों के अंदर राजफाश किया गया। पूछताछ में गिरफ्तार सभी आरोपितों ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है।
धनंजय यादव हत्याकांड में पत्नी की संलिप्तता आई तो पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। पूछताछ में जब पत्नी ने हत्या का राज खोला तो उसके जीजा को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जब इसके द्वारा हत्या में अपना जुर्म कबूल किया गया तब उसकी निशानदेही पर हत्या में शामिल गांव के ही कृष्णा कुमार चौधरी एवं शिवकुमार को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद चारों से आमने सामने पूछताछ की गई तो हत्या की राज दर परत दर खुलता चला गया।
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धनजंय की हत्या की योजना बनाने के बाद गिरफ्तार साढ़ू ने 20 मार्च की रात को आठ बजे के बाद घर से बुलाकर बाहर ले गया था। नवीनगर-गजना मुख्य पथ पर चंद्रगढ़ गांव से करीब दो किमी दूर खरौंधा गांव के बधार में सुनसान जगह पर पीपल के पेड़ के पास दोनों पहुंचे तो वहां गिरफ्तार शिवकुमार एवं कृष्णा कुमार पहले के प्लान के तहत पहुंचे। सभी ने धनंजय को अपने कब्जे में ले लिया और अरहर लगे खेत में ले जाकर हाकी का स्टीक से पीटकर हत्या कर दी। शिवकुमार ने अपने हाथ में पहने लोहे का नुकीला पंजा से सिर व चेहरे पर कई बार वार किया। गंभीर रूप से घायल धनंजय की मौत घटनास्थल पर हो गई। सुबह के समय शव को देखा गया और सूचना पर पहुंची पुलिस ने बरामद किया।