नई दिल्ली: Sachin Pilot Tribute to Rajiv Gandhi कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और सचिन पायलट सहित कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। सोनिया गांधी, खरगे, राहुल गांधी और कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं ने राजीव गांधी के समाधि स्थल ‘वीर भूमि’ पर जाकर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।
Sachin Pilot Tribute to Rajiv Gandhi सचिन पायलट ने पूर्व पीएम राजीव गांधी को बरसते पानी में भीगते हुए श्रद्धांजलि दी। साथ ही श्रद्धांजलि देते हुए अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी जी के समाधि स्थल ‘वीर भूमि’ पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। देश के विकास में उनका योगदान सदैव अतुलनीय रहेगा। उनका जीवन और योगदान हर पीढ़ी को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।
आज पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी जी के समाधि स्थल ‘वीर भूमि’ पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
देश के विकास में उनका योगदान सदैव अतुलनीय रहेगा। उनका जीवन और योगदान हर पीढ़ी को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।#RajivGandhi @RahulGandhi @priyankagandhi @kcvenugopalmp… pic.twitter.com/ACFqYxSSu2
— Sachin Pilot (@SachinPilot) August 20, 2024
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वहीं, राहुल गांधी ने अपने पिता के साथ की बचपन की एक तस्वीर ‘एक्स’ पर साझा करते हुए पोस्ट किया, ‘पापा, आपके सपने, मेरे सपने, आपकी आकांक्षाएं, मेरी ज़िम्मेदारियां। आपकी यादें, आज और हमेशा, दिल में सदा।’
एक करुणामय व्यक्तित्व, सौहार्द और सद्भावना के प्रतीक…
पापा, आपकी सीख मेरी प्रेरणा है, और भारत के लिए आपके सपने मेरे अपने – आपकी यादें साथ ले कर इन्हें पूरा करूंगा। pic.twitter.com/LFg6N43eZW
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 20, 2024
खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ’21वीं सदी के आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा, भारतीय सूचना क्रांति के जनक, पंचायतीराज सशक्तीकरण के सूत्रधार, एवं शांति व सद्भाव के पुरोधा पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न राजीव गांधी जी के बलिदान दिवस पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।’
आज देश सद्भावना दिवस मना रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री, राजीव गाँधी, भारत के महान सपूत थे। उन्होंने करोड़ों भारतीयों में आशा की किरण जगाई और अपने अभूतपूर्व योगदान से भारत को 21वीं सदी में पहुँचा दिया।
मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी… pic.twitter.com/12nzfkSV9v
— Mallikarjun Kharge (@kharge) August 20, 2024
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने देश में प्रौद्योगिकी के विकास और कई क्षेत्रों में शांति की स्थापना के लिए किए गए राजीव गांधी के प्रयासों को याद किया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ’33 साल पहले राजीव गांधी शहीद हुए थे। उनका राजनीतिक जीवन बहुत छोटा लेकिन बेहद प्रभावशाली था। उन्होंने अपने पीछे अनगिनत विरासतें छोड़ीं जिन्हें अब हम हल्के में लेते हैं। इनमें 18 वर्ष के युवाओं का वोट देने का अधिकार, पंचायतों और नगर पालिकाओं का संवैधानिक सशक्तीकरण, कंप्यूटर और टेलीकॉम युग में एक प्रमुख शक्ति के रूप में प्रवेश, सामाजिक चिंताओं और चुनौतियों का समाधान करने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग, भारत के अंतरिक्ष और परमाणु कार्यक्रमों को मजबूत बनाने जैसे कदम शामिल हैं।’ उन्होंने असम, मिजोरम, त्रिपुरा और पंजाब में शांति स्थापना के लिए किए गए उनके प्रयासों का भी उल्लेख किया।
आज राजीव गांधी की 80वीं जयंती है।
उनका राजनीतिक जीवन छोटा लेकिन बेहद महत्वपूर्ण था। मार्च 1985 के बजट में उन्होंने बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसने आर्थिक नीति के प्रति एक नया दृष्टिकोण दिया। शहादत को प्राप्त होने से कुछ सप्ताह पहले तक उन्होंने 1991 के लोकसभा चुनाव के लिए… pic.twitter.com/F5KTM05mFx
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 20, 2024
रमेश ने कहा, ‘राजीव गांधी की एक विरासत, जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, वह है कांग्रेस का 1991 का घोषणापत्र, जिसे उन्होंने 15 अप्रैल, 1991 को जारी किया था और जिस पर उन्होंने व्यक्तिगत रूप से 10 दिन की अवधि का लंबा समय बिताया था। केवल एक अखबार ‘द टेलीग्राफ’ ने अगले दिन अपने शीर्षक में इसके महत्व को दर्शाया था। शीर्षक भविष्यसूचक साबित हुआ।”
उनके मुताबिक, 23 जुलाई 1991 को कांग्रेस कार्य समिति की एक बैठक में वित्त मंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह ने नरसिम्हा राव सरकार द्वारा आर्थिक नीतियों को लेकर लाए गए परिवर्तनों को उचित ठहराने के लिए इस घोषणापत्र को उद्धृत किया था। राजीव गांधी 1984 से 1989 के बीच भारत के प्रधानमंत्री रहे। उनकी 1991 में तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक चुनाव प्रचार अभियान के दौरान लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) के सदस्यों ने हत्या कर दी थी।