प्रमुख विश्वविद्यालयों की बौद्धिक ईमानदारी को आरएसएस से खतरा : कांग्रेस

प्रमुख विश्वविद्यालयों की बौद्धिक ईमानदारी को आरएसएस से खतरा : कांग्रेस

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  • Publish Date - January 17, 2025 / 01:26 PM IST,
    Updated On - January 17, 2025 / 01:26 PM IST

नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) कांग्रेस ने शुक्रवार को दावा किया कि देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों की बौद्धिक ईमानदारी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से खतरा है।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह आरोप भी लगाया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के नियुक्ति से संबंधित नियम का उद्देश्य केवल परिसरों में इस तरह की गैर-गंभीर राजनीति को बढ़ावा देना है।

रमेश ने एक खबर का हवाला दिया जिसमें दावा किया गया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कई संकाय सदस्यों ने पत्रकार अशोक श्रीवास्तव की पुस्तक ‘‘मोदी वर्सेस खान मार्केट गैंग’’ पर बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय को परिसर में आयोजित परिचर्चा की निंदा की है।

रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हमारे प्रमुख विश्वविद्यालयों में बौद्धिक ईमानदारी को साजिश की कहानियों और बचकानी बातों से संबंधित आरएसएस की प्रवृत्ति के वायरस से खतरा है। एक घोर पक्षपातपूर्ण और गंभीरता के अभाव वाली पुस्तक के लिए एक कार्यक्रम दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया था।’’

उन्होंने दावा किया कि यह उस संस्थान के लिए घोर अपमान है जो एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान रहा है लेकिन अब आरएसएस की विस्तारित शाखा के रूप में कार्य करता है।’’

रमेश ने आरोप लगाया कि नए यूजीसी नियम कुलपतियों की नियुक्ति और गैर-शैक्षणिक व्यक्तियों की नियुक्ति की अधिक केंद्रीय निगरानी की अनुमति देते हैं, और इनका उद्देश्य केवल परिसरों में इस तरह की गैर-गंभीर राजनीति को बढ़ावा देना है।

भाषा हक सुरभि मनीषा

मनीषा