RSS Shastra Puja: महाराष्ट्र। देशभर में आज विजयादशमी की धूम है। यह पर्व अच्छाई की जीत और बुराई के नाश का प्रतीक है। इस दिन प्रभु श्री राम ने लंका पति रावण का वध किया था। इस खास मौके पर शस्त्र पूजा का भी विधान है। इसी बीच RSS प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में विजयादशमी के अवसर पर शस्त्र पूजा की। पद्म भूषण और पूर्व ISRO प्रमुख के. राधाकृष्णन भी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इससे पहले आरएसएस सदस्यों ने विजयादशमी उत्सव के अवसर पर पथ संचलन का आयोजन भी किया।
#WATCH महाराष्ट्र: RSS प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में विजयादशमी के अवसर पर शस्त्र पूजा की।
पद्म भूषण और पूर्व ISRO प्रमुख के. राधाकृष्णन भी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। pic.twitter.com/ShRFL5xEP9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 12, 2024
#WATCH नागपुर, महाराष्ट्र: आरएसएस सदस्यों ने विजयादशमी उत्सव के अवसर पर पथ संचलन का आयोजन किया। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे। pic.twitter.com/QsUdShwk5D
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 12, 2024
दशहरा के दिन हुई थी RSS की स्थापना
बता दें कि RSS द्वारा शस्त्र पूजा करने के पीछे एक बड़ा कारण है। दरअसल, विजयादशमी के दिन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी। संघ की स्थापना 1925 में दशहरा के दिन हुई थी। दशमी पर शस्त्र पूजन का विधान है। इस दौरान संघ के सदस्य पूरे विधि-विधान से शस्त्रों का पूजन करते हैं।
RSS का उद्देश्य
RSS का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और नागरिक समाज के मूल्यों को बनाए रखना, समाज सेवा और सुधार के कार्य करना, आरएसएस की सबसे छोटी इकाई शाखा होती है, जहां स्वयंसेवक प्रतिदिन एकत्रित होकर शारीरिक प्रशिक्षण और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। बता दें कि सनातन धर्म के देवी-देवताओं की तरफ से धारण किए गए शस्त्रों का जिक्र करते हुए एकता के साथ ही अस्त्र-शस्त्र धारण करने की हिदायत दी जाती है।