बेटा न होने पर गोवा में दूसरी शादी का अधिकार, आखिर क्यों चुप है बीजेपी : ओवैसी
right of second marriage IN Goa : AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने समान नागरिक संहिता की जरूरत को खारिज किया है।
AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने समान नागरिक संहिता की जरूरत को खारिज किया है। उनका कहना है कि इस देश में इसकी जरूरत नहीं है… अर्थव्यवस्था विफल हो रही है, बेरोजगारी बढ़ रही है, बिजली-कोयला संकट है, लेकिन भाजपा नेता यूसीसी के बारे में चिंतित हैं।
ये भी पढ़ें: 7 की बड़ी बात | सुबह 7 बजे की खबरें | CG Latest News Today | MP Latest News Today | 01 May 2022
ओवैसी ने गोवा के समान नागरिक संहिता के एक प्रावधान पर चुप रहने के लिए भाजपा की खिंचाई की, जहां हिंदू पुरुष को दो बार शादी करने की इजाजत है। उन्होंने कहा, “गोवा नागरिक संहिता के अनुसार, हिंदू पुरुषों को दूसरी शादी का अधिकार है, अगर पत्नी 30 साल की उम्र तक एक मेल चाइल्ड को जन्म देने में विफल रहती है। उस राज्य में भी भाजपा की सरकार है, लेकिन वे इस मामले पर चुप हैं।”
ये भी पढ़ें: इजराइल ने सुरक्षा गार्ड की हत्या करने वाले फलस्तीनी हमलावरों को गिरफ्तार किया
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख ओवैसी ने यूसीसी के अधिवक्ताओं के तर्क का विरोध करते हुए कहा कि भारतीय संविधान में निहित राज्य नीति के निदेशक सिद्धांत में कहा गया है कि ‘राज्य नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता को सुरक्षित करने का प्रयास करेगा। इसमें तो शराबबंदी के बारे में भी कहा गया है, लेकिन किसी को भी इस बारे में बात करते हुए नहीं देखा जा सकता है।’

Facebook



