हरदा, सात फरवरी (भाषा) मध्य प्रदेश के हरदा कस्बे में एक पटाखा कारखाने में विस्फोट और आग हादसे के एक दिन बाद विभिन्न अस्पतालों में अभी भी 100 से अधिक पीड़ितों का उपचार चल रहा है तथा दो लोग लापता हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि घटना स्थल पर बचाव अभियान रात भर जारी रहा। हादसे में 11 लोगों की जान चली गई और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
यह घटना मंगलवार को प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 150 किलोमीटर दूर हरदा शहर के बाहरी इलाके मगरधा रोड पर बैरागढ़ इलाके में स्थित पटाखा इकाई में हुई।
हरदा के जिला अस्पताल में तैनात पुलिस के अनुविभागीय अधिकारी बीएस मौर्य ने बुधवार सुबह कहा कि उनके पास 217 लोगों की सूची है, जिनमें से 11 की मौत हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि घायलों में 73 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें 51 कारखाना कर्मचारी और विस्फोट स्थल के आसपास रहने वाले 22 लोग शामिल हैं।
मौर्य ने कहा कि 38 घायलों को इलाज के लिए दूसरे शहरों में रेफर किया गया, जबकि 95 को छुट्टी दे दी गई। उन्होंने बताया कि दो लोगों के लापता होने की खबर है।
सब डिविजनल मजिस्ट्रेट केसी पार्टे ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मलबा हटाया जा रहा है और नीचे लगी आग को दमकल गाड़ियों की मदद से बुझा दिया गया है।
अधिकारियों ने पहले बताया था कि पटाखा कारखाने के दो मालिकों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया और गैर इरादतन हत्या समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया।
घटना के संबंध में एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव बुधवार को हरदा में घायल व्यक्तियों और मृतकों के परिवारों से मिलेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विस्फोट की आवाज 25 किलोमीटर दूर तक सुनी गई और घटनास्थल से कुछ दूरी पर क्षत विक्षत मानव अंग बिखरे हुए थे।
राज्य सरकार ने पटाखा इकाई में विस्फोट की विस्तृत जांच करने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति को संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने का भी काम सौंपा गया है।
भाषा दिमो सं नरेश
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