नयी दिल्ली, 21 जनवरी (भाषा) इस साल गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर होने वाली की परेड में ग्रामीण विकास मंत्रालय अपनी झांकी में ‘लखपति दीदी’ योजना को प्रदर्शित करेगा। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के लिए न्यूनतम एक लाख रुपये की वार्षिक आय सुनिश्चित करना है।
सूत्र ने बताया कि यह योजना इस वर्ष मंत्रालय की झांकी का विषय है और इसमें ‘सशक्त महिलाएं, समृद्ध परिवार, मजबूत राष्ट्र’ लिखे बैनर के साथ-साथ उद्यमिता, आत्मनिर्भरता और शिक्षा हवाले से महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को प्रदर्शित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि झांकी के अगले हिस्से में पैसों की गठरी थामे ‘लखपति दीदी’की एक प्रतीकात्मक प्रतिमा होगी जो उनकी वित्तीय आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। विभिन्न आर्थिक गतिविधियों में लगी विविध ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की मूर्तियां भी झांकी में प्रदर्शित की जाएंगी।
सूत्र ने बताया कि बुनाई, हस्तशिल्प और कृषि जैसे कौशल और व्यापार के साथ-साथ डिजिटल साक्षरता का प्रतिनिधित्व करने वाली कंप्यूटर का उपयोग करने वाली महिलाओं की प्रतिमा झांकी में प्रदर्शित की जाएंगी।
सूत्र के मुताबिक ग्रामीण भारत से संबंधित प्रतीकों जैसे मिट्टी के बर्तन, स्थानीय शिल्प और वनस्पतियों को भी झांकी में प्रदर्शित किया जाएगा।
ग्रामीण विकास मंत्रालय के अनुसार, इस योजना के तहत 1.15 करोड़ से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह सदस्य ‘लखपति दीदी’ बन गई हैं।
भाषा धीरज माधव
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