मेरठ : 11 people HIV positive : रक्तदान कर आप दूसरों का जीवन बचा सकते है, लेकिन इससे पहले आपको ये जरूर पता होना चाहिए की आप कितने स्वस्थ हो और आपको कोई बिमारी तो नहीं। कि बार लोग रक्तदान करने के लिए जाते तो हैं, लेकिन जांच के दौरान उनके शरीर में ही कोई बिमारी निकल आती है।
ऐसा ही एक मामला मेरठ के प्यारेलाल जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक से सामने आया है। यहां रक्तदान कर दूसरों की जिंदगी बचाने आए लोग उस वक्त हैरान हो गए वो एचआईवी इंफेक्टेड निकले। जिला अस्पताल ब्लड बैंक के प्रभारी डॉक्टर कौशलेंद्र का कहना है कि रक्तदान के दौरान यहां तीन एचआईवी मरीज ट्रेस हुए हैं। ये आंकड़ा जनवरी से लेकर अप्रैल तक का है। उन्होंने बताया कि जनवरी से लेकर अप्रैल तक हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी के साठ मरीज मिले हैं।
11 people HIV positive : डॉक्टर का कहना है कि सुरक्षा के जो भी उपाय हैं जो लोगों को अपनाने चाहिए। लाइसेंस ब्लड बैंक से ही ब्लड लें। उन्होंने बताया कि कभी कभी नशे के आदी लोग एक साथ बैठकर एक ही इंजेक्शन का इस्तेमाल करते हैं जो बेहद घातक हो सकता है। नशे को छुड़ाने के लिए भी यहां सेंटर बनाया गया है।
11 people HIV positive : मेडिकल और जिला अस्पताल के ब्लड बैंकों की इस साल अप्रैल तक की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। युवा हेपेटाइटिस बी और सी, एचआईवी की चपेट में आ रहे हैं और उन्हें इसकी भनक तक नहीं लग रही। युवाओं को पता ही नहीं चल रहा और वे एचआईवी, हेपेटाइटिस बी व सी की चपेट में आ रहे हैं। मेडिकल और जिला अस्पताल के ब्लड बैंकों की इस साल अप्रैल तक की रिपोर्ट में ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
11 people HIV positive : दोनों अस्पतालों को मिलाएं तो रक्तदान करने वाले 187 लोग हेपेटाइटिस सी व बी और एचआईवी के शिकार निकले हैं. इनमें अधिकांश 20 से 45 वर्ष आयु वर्ग के हैं। मेडिकल के ब्लड बैंक में एक जनवरी 2022 से 30 अप्रैल 2022 तक रक्तदान करने वालों में 11 एचआईवी पॉजिटिव, 72 हेपेटाइटिस सी और 54 हेपेटाइटिस बी से पीड़ित पाए गए। वहीं, जिला अस्पताल के ब्लड बैंक की रिपोर्ट में तीन लोग एचआईवी पॉजिटिव, 25 हेपेटाइटिस सी और 19 हेपेटाइटिस बी से पीड़ित निकले।
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11 people HIV positive : इन दोनों ब्लड बैंकों में इस दौरान 4423 (जिला अस्पताल 1621 और मेडिकल कॉलेज 2802) यूनिट रक्तदान किया गया। इन बीमार लोगों का खून नष्ट कर दिया गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इनसे संपर्क कर इलाज शुरू कराया है।