Cyclone Asna Alert: नई दिल्ली। देश में इन दिनों मौसम का मिजाज बदला हुआ है। कहीं झमाझम बारिश तो कहीम भारी बारिश के बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। कहीं बारिश न होने से हो रही उमस से भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी कड़ी में गुजरात में बने गहरे दबाव ने शुक्रवार को चक्रवात ‘असना’ का रूप ले लिया है। IMD के मुताबिक, यह चक्रवात कच्छ तट और पाकिस्तान के निकटवर्ती क्षेत्रों में बना है।
असना चक्रवात की चेतावनी
ने जानकारी दी कि यह चक्रवात 1964 के बाद से अगस्त के महीने में अरब सागर में बनने वाला पहला चक्रवाती तूफान है। इस चक्रवात को पाकिस्तान द्वारा ‘असना’ नाम दिया गया है, जो भारतीय तट से दूर पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। IMD ने गुजरात में शुकवार को “बहुत भारी” बारिश की भविष्यवाणी की है, जबकि दुर्लभ चक्रवात असना के डर के बीच तटीय कर्नाटक के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया गया है।
कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने कच्छ, मोरबी, जामनगर, देवभूमि द्वारका और पोरबंदर सहित गुजरात के कई जिलों में आज भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। IMD ने साथ ही कहा कि गुजरात के कच्छ, मोरबी जिलों में कई जगह 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज आंधी चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि क्षेत्र में बना गहरा दबाव चक्रवाती तूफान में तब्दील होकर शुक्रवार को तट से टकरा सकता है। गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में बन रहा चक्रवात अगस्त के महीने में एक दुर्लभ मौसम संबंधी घटना है।
6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा चक्रवात
शुक्रवार को अरब सागर के ऊपर से इसके उभरने और ओमान तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है। कच्छ तट और पाकिस्तान के निकटवर्ती क्षेत्रों में बना गहरा दबाव पश्चिम की ओर बढ़ा और 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ते हुए चक्रवात ‘असना’ का रूप ले लिया। शुक्रवार सुबह 11:30 बजे यह कच्छ से 190 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर पश्चिम में स्थित था। IMD के अनुसार, यह चक्रवात अगले दो दिनों तक पश्चिम-उत्तर पश्चिम की दिशा में, भारतीय तट से दूर, उत्तर-पूर्वी अरब सागर के ऊपर से गुजरते हुए आगे बढ़ेगा। एक गहरे दबाव की स्थिति में हवा की गति 52 से 61 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच होती है, जबकि चक्रवात में यह गति 63 से 87 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जाती है।
इन राज्यों के लिए भी अलर्ट जारी
चक्रवात को देखते हुए मौसम विभाग ने आंतरिक कर्नाटक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। तो वहीं, गुजरात, कोंकण-गोवा और मध्य महाराष्ट्र के लिए 2-3 सितंबर को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। IMD ने गुजरात के भीतर भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। खास तौर पर तटीय जिलों जामनगर, पोरबंदर और द्वारका के लिए। इसके साथ-साथ मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में 30 अगस्त से 5 सितंबर तक बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इस अवधि के दौरान तटीय कर्नाटक, केरल और माहे में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा होने की आशंका है।