‘हम सभी को कभी न कभी कुर्बानी देनी ही पड़ती है’, कर्नाटक के इस बड़े कांग्रेस नेता ने आखिर क्यों कही ऐसी बात?

Rebellious attitude of G Parmeshwar 'हम सभी को कभी न कभी कुर्बानी देनी ही पड़ती है', कर्नाटक के इस बड़े नेता ने आखिर क्यों कही ऐसी बात?

  •  
  • Publish Date - May 19, 2023 / 11:38 AM IST,
    Updated On - May 19, 2023 / 11:38 AM IST

कर्नाटक में सीएम पर मचे रार से कांग्रेस आगे निकल चुकी हैं। पूर्व सीएम सिद्धारमैय्या को राज्य की कमान सौंप दी गई हैं, कांग्रेस के संगठन मुखिया डीके शिवकुमार को उनके साथ उप मुख्यमंत्री बनाया गया। दोनों नेता कल शपथ लेंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह में देश के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। कांग्रेस ने दोनों ही नेताओं को समझा दिया हैं की वह एक-दूसरे के साथ पार्टी के हितो की रक्षा करेंगे। सबको साथ लेकर चलेंगे। लेकिन क्या इन दो नामो के तय होने के बाद नेतृत्व को लेकर कांग्रेस की मुश्किलें ख़त्म हो गई? (Rebellious attitude of G Parmeshwar) क्या सभी दूसरे नेता पार्टी के इस फैसले से संतुष्ट है? शायद पूरी तरह नहीं।

दर्दनाक सड़क हादसे में पूर्व कृषि मंत्री का निधन, बुलडोजर से टक्कर के बाद कार के उड़े परखच्चे

दरअसल कर्नाटक कांग्रेस के दलित नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर पार्टी के फैसले से संतुष्ट नजर नहीं आ रहे है। वे पार्टी में पद जाने को लेकर कई ट्वीट भी कर चुके हैं। उनके ट्वीट्स से उनकी नाराजगी को महसूस किया जा सकता हैं। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जी परमेश्वर ने पहले अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा था कि अगर पार्टी आलाकमान उन्हें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देता है तो वह इसे संभालने के लिए तैयार हैं। सिद्धारमैया का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित होते ही जी परमेश्वर ने कहा, ‘कर्नाटक सरकार के गठन पर कांग्रेस नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ जी परमेश्वर ने कहा, ‘AICC को आधिकारिक तौर पर घोषणा करने दें कि किसे कौन सा पद देना है, और फिर बाकी चीजें अनुसरण करेंगी।’

अक्षरा सिंह और धीरेंद्र शास्त्री का वीडियो वायरल, सिंगर ने सुनाया गाना तो लोग बोले- बाबा भी बोर हो गए

G Parmeshwar twitted

Rebellious attitude of G Parmeshwar: जी परमेश्वर एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के दौरान उपमुख्यमंत्री थे। उन्होंने कहा, ‘मैं चुप हूं, लेकिन चुप रहने का मतलब यह नहीं है कि मैं अक्षम हूं। मैं भी अपने समर्थन के लिए 50 विधायकों का एक समूह लामबंद कर सकता हूं, लेकिन मैं ऐसा नहीं करना चाहता। मुझे हाईकमान पर भरोसा है। अगर वे मुझे मौका देते हैं तो मैं ना नहीं कहूंगा। मैंने पार्टी के लिए काम किया है, आठ साल तक इसके अध्यक्ष के रूप में काम किया है। साथ ही, मैंने डिप्टी सीएम के रूप में भी काम किया है। (Rebellious attitude of G Parmeshwar) इसलिए, मुझे इसके लिए पद मांगने या लॉबी करने की कोई जरूरत नहीं है।’

वही आज उन्होंने फिर से ट्वीट करते हुए लिखा हैं की ‘हम सभी को कभी न कभी कुर्बानी देनी ही पड़ती है’। देखें ट्वीट

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक