RBI MPC Policy: भारतीय रिजर्व बैंक महंगाई में कमी के कोई संकेत नहीं दिखने के बीच बुधवार को अपनी आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। जानकारों का अनुमान है कि गवर्नर शक्तिकांत दास पहले ही इसके संकेत दे चुके हैं। केंद्रीय बैंक ने पिछले महीने बिना तय कार्यक्रम के हुई मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो दर में 0.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थीं।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
यह भी पढ़े : आशिक की आई शामत, हजारों ग्रामीणों ने की जमकर धुनाई, पुलिस ने जैसे तैसे जान बचाई…
खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल में लगातार सातवें महीने बढ़ते हुए आठ साल के उच्चतम स्तर 7.79 प्रतिशत पर पहुंच गई है।इसकी मुख्य वजह यूक्रेन-रूस युद्ध के चलते ईंधन सहित जिंस कीमतों में बढ़ोतरी है। थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति 13 महीने से दो अंक में बनी हुई है और अप्रैल में यह 15.08 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्चस्तर को छू गई। दास ने हाल ही में एक टीवी साक्षात्कार में कहा, ”रेपो दरों में कुछ बढ़ोतरी होगी, लेकिन अभी मैं नहीं बता पाऊंगा कि यह कितनी होगी।”
अब अटकलें हैं कि इस बार की समीक्षा में दरों में कम से कम 0.35 प्रतिशत की और बढ़ोतरी हो सकती है। विशेषज्ञ आने वाले महीनों में रेपो दर में और बढ़ोतरी का अनुमान जता रहे हैं। गवर्नर दास के नेतृत्व वाली एमपीसी की तीन दिन की बैठक सोमवार से शुरू होगी। बैठक के दौरान लिए गए फैसलों की घोषणा गवर्नर बुधवार को करेंगे।