लखनऊ। यूपी को चार हिस्सों में बांटने की मांग के स्वर फिर मुखर होने लगे हैं। इस पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इसे गैर-जरूरी बताते हुए कहा है कि आबादी कोई बोझ नहीं बल्कि एक लाभांश है और उसका सही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। बता दें, इससे पहले यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने कार्यकाल के दौरान यूपी को चार हिस्सों में बांटने की बात शुरू की थी। अब आम आदमी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी इसी मांग को आगे बढ़ा रहे हैं।
लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा, ‘लोग यह कहते हैं कि उत्तर प्रदेश का बंटवारा किए बगैर इसका विकास नहीं हो सकता। कल को कोई यह भी कहना शुरू करेगा कि आबादी के लिहाज से चीन के बाद भारत सबसे बड़ा देश है और यह मुल्क भी तब तक विकसित नहीं हो सकता, जब तक इसके टुकड़े ना किए जाएं’। उन्होंने कहा ‘जनसंख्या को कभी बोझ नहीं माना जाना चाहिए। यह एक जनसांख्यिकीय लाभांश है। जनसंख्या हमारी श्रमशक्ति है। इसका उपयोग कैसे किया जाए और हम देश के विकास में उसका अधिकतम योगदान कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं, इसकी तकनीक खोजने की जरूरत है। अनावश्यक परेशान होने की जरूरत नहीं है’।
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उन्होंने कहा कि ‘हमारा यूपी एक ऐसा राज्य है, जिसमें न तो प्राकृतिक सम्पदा की कमी है और न ही आवश्यक संसाधनों की। इसके बंटवारे की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश को चार हिस्सों में बांटने की मांग कर रही है। सात ही, खुद यूपी में बीजेपी की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी उत्तर प्रदेश को चार हिस्सों में बांटने की मांग कर रही है।