राजस्थान: अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में तीन लाख करोड़ रुपये के समझौते पर हस्ताक्षर

राजस्थान: अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में तीन लाख करोड़ रुपये के समझौते पर हस्ताक्षर

राजस्थान: अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में तीन लाख करोड़ रुपये के समझौते पर हस्ताक्षर
Modified Date: October 22, 2024 / 04:32 pm IST
Published Date: October 22, 2024 4:32 pm IST

जयपुर, 22 अक्टूबर (भाषा) राजस्थान में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में तीन लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए एक ज्ञापन समझौते (एमओयू) पर मंगलवार को हस्ताक्षर किए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के निवेश मंत्री मोहम्मद हसन अल सुवैदी की उपस्थिति में ज्ञापन समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

उन्होंने बताया कि यह निवेश राज्य के पश्चिमी जिलों में 60 गीगावाट क्षमता की सौर उर्जा, वायु एवं हाइब्रिड परियोजना की स्थापना के लिए किया जाएगा। आधिकारिक बयान के अनुसार, यूएई के निवेश मंत्री सुवैदी और राजस्थान में उद्योग विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए।

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मुख्यमंत्री शर्मा ने इस मौके पर कहा कि केन्द्र सरकार ने देश में 500 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।

उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राजस्थान को 250 गीगावाट के सौर संयंत्र लगाने होंगे।

शर्मा ने कहा कि यूएई के साथ यह साझेदारी इस लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी और यह परियोजना ऊर्जा उत्पादन में वांछित बदलाव लेकर आएगी।

शर्मा ने कहा कि अनुकूल निवेश नीतियों से राजस्थान अक्षय ऊर्जा में निवेशकों की पसंद बना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राजस्थान भारत में अक्षय ऊर्जा उत्पादन में पहले स्थान पर है और अगले 10 वर्षों में बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर बिजली तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए हमने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के साथ 2.24 लाख करोड़ रुपये के समझौते किए हैं।

शर्मा ने कहा कि लगभग 10 महीने के कार्यकाल में 32 हजार मेगावाट के संयंत्र लगाने के एमओयू हस्ताक्षर किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत और यूएई के बीच आर्थिक, वाणिज्यिक और रणनीतिक साझेदारी और गहरी हुई है।

यूएई, भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है जबकि भारत से होने वाले निर्यात में यूएई दूसरे पायदान पर है। यूएई के निवेश मंत्री मोहम्मद हसन अल सुवैदी ने कहा कि नवीकरणीय संसाधनों से ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति करना मौजूदा समय की सबसे बड़ी जरूरत है।

उन्होंने कहा कि पारंपरिक ऊर्जा से अक्षय ऊर्जा की ओर इस बदलाव में यूएई महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

मुख्यमंत्री ने नौ से 11 दिसम्बर तक जयपुर में होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024’ में सुवैदी को आमंत्रित किया।

भाषा कुंज पृथ्वी जितेंद्र

जितेंद्र


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