राजस्थान : पुलिस व वन विभाग की टीम ने उदयपुर जिले में ‘आदमखोर’ तेंदुए को मार गिराया

राजस्थान : पुलिस व वन विभाग की टीम ने उदयपुर जिले में ‘आदमखोर’ तेंदुए को मार गिराया

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  • Publish Date - October 18, 2024 / 06:42 PM IST,
    Updated On - October 18, 2024 / 06:42 PM IST

जयपुर, 18 अक्टूबर (भाषा) राजस्थान के उदयपुर जिले में वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को एक तेंदुए को मार गिराया, जिसके आदमखोर होने का संदेह था।

उदयपुर जिले में 18, 19, 20, 25, 28 एवं 30 सितंबर को तेंदुए ने लोगों पर हमला किया था। ये घटनाएं जहां हुईं, वे स्थान उप वन संरक्षक उदयपुर (उत्तर) के क्षेत्राधिकार के अंतर्गत छाली, बगडुंदा, मजावद एवं मदार ग्राम पंचायत में आते हैं।

बुधवार को बड़गांव के मदार गांव में खेत में काम कर रही दो महिलाओं पर तेंदुए ने हमला किया था। हमले में गंभीर रूप से घायल हुई एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई।

कहा जा रहा है कि शहर के पास मदार इलाके में जिस तेंदुए को गोली मारी गई वह इन हमलों में शामिल था।

मुख्य वन्यजीव वार्डन पीके उपाध्याय ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि तेंदुए एक से अधिक हो सकते हैं, इसलिए यह दावा नहीं किया जा सकता कि यह वही तेंदुआ है जो सभी हमलों में शामिल था।

उन्होंने कहा कि फिलहाल सतर्कता में कोई ढील नहीं दी गई है और गुजरात से एक टीम को बृहस्पतिवार को सात दिन के लिए मदार क्षेत्र में बुलाया गया है।

उन्होंने कहा कि बुधवार को हुए हमले और आज मारे गए तेंदुए के डीएनए के नमूने जांच के लिए एकत्र किए गए और अंतिम परीक्षण के परिणाम से यह पुष्टि होगी कि यह वही तेंदुआ था या नहीं।

उपाध्याय ने कहा कि इस तेंदुए के मारे जाने के साथ ही हमने पहले शूटिंग के लिए जो अनुमति जारी की थी, वह समाप्त हो गई है और अब किसी भी तेंदुए को मारा नहीं जा सकता।

उन्होंने कहा कि तेंदुए का मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार पोस्टमार्टम किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि डीएनए रिपोर्ट आने में कुछ समय लगेगा और तब तक टीम प्रभावित क्षेत्र में तैनात रहेगी।

इससे पहले प्रभागीय वनाधिकारी अजय चित्तौड़ा ने कहा कि तेंदुआ एक वयस्क नर था, जो आदमखोर हो गया था। चित्तौड़ा ने कहा कि नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के बाद पुष्टि की जाएगी।

बुधवार को मारी गई महिला 18 सितंबर के बाद से तेंदुए के हमले में मरने वाली आठवीं महिला थी।

उदयपुर के विभिन्न इलाकों में तेंदुए के हमले में मरने वाले आठ पीड़ितों में चार महिलाएं और पांच साल का एक बच्चा शामिल है। तेंदुए के हमले और स्थानीय लोगों में बढ़ते आक्रोश से चिंतित वन अधिकारियों ने पिछले महीने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे और कैमरे लगाने के साथ-साथ भारतीय सेना से मदद मांगी थी। नतीजतन, अलग-अलग जगहों से तीन तेंदुए पकड़े गए। हालांकि, एक अक्टूबर को सुआवतों का गुढ़ा में अपने घर के बाहर पशुओं को चारा खिला रही 55 वर्षीय महिला की मौत के बाद अधिकारियों ने तेंदुए को मार गिराने का आदेश जारी किया।

अनुमति इस शर्त पर दी गई थी कि तेंदुए को बेहोश करने या जाल में फंसाने का प्रयास किया जाना चाहिए। हालांकि, अगर वह को बेहोश नहीं किया जा सकता या जाल में नहीं फंसाया जा सकता, तो उसे मारने से पहले उसकी सही पहचान सुनिश्चित की जानी चाहिए।

भाषा पृथ्वी कुंज जोहेब

जोहेब