जयपुर, 26 सितंबर (भाषा) बीकानेर जिले के सैनिक रामस्वरूप कस्वां (24) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद परिवार के सदस्य और स्थानीय लोगों ने उन्हें शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को बीकानेर में धरना-प्रदर्शन किया।
पुलिस के अनुसार, सैनिक के परिजनों व अन्य लोगों ने बीकानेर में म्यूजियम सर्किल के पास यातायात अवरुद्ध कर दिया। पुलिस ने एहतियातन सर्किल के पास से वाहनों का आवागमन सीमित कर दिया है।
पांचू थाना क्षेत्र के सैनिक रामस्वरूप की जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार को संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी।
परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने इसे आत्महत्या का प्रयास बताते हुए एक बयान जारी कर कहा कि मामले में ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ लंबित है।
कस्वां को अनंतनाग में ड्यूटी के दौरान कथित तौर पर सिर में गोली लगी थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया।
बेनीवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संज्ञान लें…बीकानेर जिले के नोखा तहसील में स्थित पांचू गांव निवासी व श्रीनगर के अनंतनाग में भारतीय सेना की 75, आर्म्ड रेजीमेंट में कार्यरत रामस्वरूप कस्वां जी की ड्यूटी के दौरान संदेहास्पद मृत्यु हो जाने का समाचार चिंता का विषय है, चूंकि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के बाद ही स्थिति स्पष्ट होनी है कि मृत्यु के कारण क्या थे? ऐसे में बीकानेर में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के पद पर कार्यरत एक सेवानिवृत्त कर्नल द्वारा इस मामले में बिना कोर्ट ऑफ इंक्वायरी रिपोर्ट के ही सैनिक की मृत्यु को आत्महत्या बता दिया गया जो दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
बेनीवाल ने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को हटाने और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
भाषा कुंज पृथ्वी शफीक
शफीक
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