जयपुर, 23 अक्टूबर (भाषा) राजस्थान में सात विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के सिलसिले में आचार संहिता लागू होने के बाद से अबतक विभिन्न एजेंसियों ने सात जिलों में 13.5 करोड़ रुपये मूल्य की अवैध सामग्री जब्त की है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि विधानसभा उपचुनाव के लिए 15 अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप गठित उड़न दस्ते, निगरानी टीम एवं अन्य प्रवर्तन एजेंसियां अवैध वस्तुओं की ढुलाई पर लगातार कड़ी नजर रख रही हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने एक बयान में बताया कि बुधवार तक पकड़ी गई 13.5 करोड़ रुपये की अवैध सामग्री में 2.5 करोड़ रुपये नकद राशि है। उनके अनुसार इन एजेंसिंयों के बीच परस्पर समन्वय से 1.1 करोड़ रुपये मूल्य की अवैध शराब और लगभग 1.5 लाख रुपये कीमत के नशीले पदार्थ पकड़े गये हैं।
महाजन के अनुसार बुधवार को अलवर में एक वाहन से 35 लाख रुपये नकद बरामद किए गए जबकि दौसा जिले में लगभग दो करोड़ रुपये अवैध नकद राशि जब्त हुई है।
उन्होंने बताया कि इस अवधि में अब तक अलवर में लगभग 35 लाख रुपये और डूंगरपुर में 10.5 लाख रुपये अवैध नकद राशि मिली है। उनके मुताबिक सर्वाधिक 9.78 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की ‘फ्रीबीज़’ एवं अन्य सामग्री भी जब्त हुई हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सात विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के दौरान प्रत्याशियों द्वारा चुनावी खर्च पर नियंत्रण और निगरानी के लिए निर्वाचन आयोग ने पर्यवेक्षक लगाये हैं।
आयोग ने सभी निर्वाचन क्षेत्रों के लिए एक-एक सामान्य पर्यवेक्षक और कुल चार पुलिस पर्यवेक्षक समेत कुल 11 पर्यवेक्षक लगाये हैं।
सभी सात निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उड़न दस्तों और स्थानीय निगरानी दल के रूप में 72-72 टीम निगरानी कर रही हैं।
राज्य की सात विधानसभा सीट- झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ के उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
विधानसभा में कुल 200 सीट हैं जिनमें से पांच सीट विधायकों के सांसद बनने के कारण और दो सीट विधायकों के निधन के कारण खाली हैं।
भाषा कुंज
राजकुमार
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