राजन ने राहुल से कहा- लोगों के पास जॉब नहीं है, गरीबों की मदद के लिए खर्च करने होंगे 65 हजार करोड़

राजन ने राहुल से कहा- लोगों के पास जॉब नहीं है, गरीबों की मदद के लिए खर्च करने होंगे 65 हजार करोड़

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  • Publish Date - April 30, 2020 / 08:32 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते देश में सब कुछ बंद पड़ा है। इसका असर हमारी अर्थव्यवस्था पर पड़ा है और जीडीपी की रफ्तार थम गई है। वहीं कोरोना के संकट के इस दौर में सरकार के सामने किस प्रकार की आर्थिक चुनौतियां आएंगी। इससे निपटने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर डॉक्टर रघुराम राजन ने साझा बातचीत की। इस दौरान राजन ने एक ओर जहां राहुल के कुछ सवालों का जवाब दिया तो वहीं उन्होंने भारी भरकम रुपए खर्च कर गरीबों की मदद करने की बात कही।

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रघुराम राजन ने कहा कि आंकड़े चिंता पैदा करने वाले हैं, CMIE ने कहा है कि 10 करोड़ लोग वर्कफोर्स से बाहर हो जाएंंगे, हमें बड़े कदम उठाने होंगे। उन्होंने आगे कहा कि ‘हमारे पास लोगों के जीवन को बेहतर करने का तरीका है। फूड, हेल्थ एजुकेशन पर कई राज्यों ने अच्छा काम किया है, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती लोअर मिडल क्लास और मिडल क्लास के लिए है, जिसके पास अच्छे जॉब नहीं होंगे।’

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दोनों ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। दोनों ने 28 मिनट तक बात की। कांग्रेस ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस चर्चा को शेयर किया है। कोरोना वायरस के मद्देनजर पैदा होने वाले आर्थिक चुनौतियों के बीच गरीब तबके के लोगों को राहत देने के लिए सरकार को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

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इस पर प्रकाश डालते हुए राजन ने कहा कि गरीबों की मदद करने के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का फायदा उठाना होगा। पेंशन, मनरेगा जैसी योजनाओं से फायदा देना होगा। लोगों के पास जॉब नहीं है, अगले तीन-चार महीने अनिश्चिततता है, हमें उनको सपोर्ट देना होगा, करीब 65,000 करोड़ रुपये खर्च कर गरीबों को सपोर्ट दे सकते हैं, यह कोई ज्यादा नहीं है। हमारा जीडीपी 200 लाख करोड़ का है, हम कर सकते हैं, अगर यह गरीबों की जिंदगी बचाने के लिए है तो करना चाहिए।

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