राय बुलार भट्टी के वंशजों को एसजीपीसी के कार्यक्रम के लिए नहीं मिला वीजा

राय बुलार भट्टी के वंशजों को एसजीपीसी के कार्यक्रम के लिए नहीं मिला वीजा

राय बुलार भट्टी के वंशजों को एसजीपीसी के कार्यक्रम के लिए नहीं मिला वीजा
Modified Date: November 29, 2022 / 07:48 pm IST
Published Date: October 15, 2022 12:08 am IST

अमृतसर, 14 अक्टूबर (भाषा) पाकिस्तान के लाहौर में गुरुद्वारा ननकाना साहिब के लिए भूमि दान करने वाले राय बुलार भट्टी के वंशजों ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें अमृतसर के स्वर्ण मंदिर आने के लिए वीजा देने से इनकार कर दिया गया है।

भट्टी परिवार को 15 अक्टूबर को स्वर्ण मंदिर परिसर संग्रहालय में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेना था। संग्रहालय में 15 वीं शताब्दी के मुस्लिम जमींदार व गुरु नानक देव के शिष्य राय बुलार भट्टी की तस्वीर लगी हुई है।

राय बुलार भट्टी ने लाहौर में गुरुद्वारा ननकाना साहिब के लिए 18,500 एकड़ जमीन दान की थी।

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पाकिस्तान के लाहौर से फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए, लाहौर उच्च न्यायालय के एक प्रख्यात वकील और राय बुलार भट्टी की 19 वीं पीढ़ी के सदस्य राय सलीम भट्टी (44) ने एसजीपीसी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उन्हें और उनके परिवार को वीजा नहीं दिए जाने पर निराशा जताई।

भट्टी ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब उन्हें भारत आने के लिए वीजा नहीं दिया गया। भट्टी ने कहा कि उन्हें वर्ष 2018, 2019 और 2020 में वीजा नहीं दिया गया था।

भाषा जोहेब संतोष

संतोष


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