नड्डा, आतिशी को राहुल का पत्र, एम्स के बाहर ‘मानवीय संकट’ को लेकर तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया

नड्डा, आतिशी को राहुल का पत्र, एम्स के बाहर ‘मानवीय संकट’ को लेकर तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया

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  • Publish Date - January 20, 2025 / 03:47 PM IST,
    Updated On - January 20, 2025 / 03:47 PM IST

नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने यहां आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) आने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए सुविधाओं के अभाव को लेकर सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा तथा दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि इस ‘‘मानवीय संकट’’ को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।

उन्होंने बीते बृहस्पतिवार को एम्स के बाहर मौजूद मरीजों एवं उनके परिजनों से मुलाकात की थी।

राहुल गांधी ने नड्डा और आतिशी को लिखे पत्र को ‘एक्स’ पर साझा करते हुए पोस्ट किया, ‘‘देशभर से दिल्ली एम्स आने वाले मरीजों और उनके परिवारों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा है। पिछले दिनों मैंने देखा कि ठिठुरती ठंड में ये (लोग) मेट्रो स्टेशन के नीचे सोने को मजबूर हैं, जहां न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न शौचालय की। आसपास कूड़े-कचरे का भी ढेर लगा रहता है।’’

उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में मरीजों का दिल्ली-एम्स आना यह भी दिखाता है कि लोग जहां रहते हैं वहां उन्हें सस्ती और अच्छी गुणवत्ता की स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि मेरे पत्र का संज्ञान लेते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री इस मानवीय संकट को हल करने के लिए तत्काल कदम उठाएंगे। साथ ही आशा है कि केंद्र सरकार अगामी बजट में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के तंत्र को मज़बूत करने के लिए ठोस पहल करेगी तथा उसके लिए ज़रूरी संसाधनों को बढ़ाएगी।’’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने नड्डा को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं आपका ध्यान एम्स, दिल्ली के बाहर की चिंताजनक स्थिति की ओर आकर्षित करने के लिए पत्र लिख रहा हूं। अपनी हाल की यात्रा के दौरान, मुझे सैकड़ों मरीजों और उनके परिवार के सदस्यों को कड़ाके की ठंड में फुटपाथ और मेट्रो स्टेशन पर केवल पतले कंबलों के साथ, पीने के पानी या स्वच्छता सुविधाओं के बिना, देखकर दुख हुआ।’’

उनका कहना है, ‘‘मुझे यकीन है कि आप इस बात से सहमत होंगे कि किसी को भी ऐसी कठिनाई का सामना नहीं करना चाहिए, खासकर तब जब वह पहले से ही गंभीर चिकित्सा स्थितियों से जूझ रहा हो।’’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘एम्स-दिल्ली के बाहर मौजूद मरीजों और उनके परिवारों की स्थिति से पता चलता है कि स्वास्थ्य सेवा अब भी करोड़ों भारतीयों की पहुंच से बाहर है। जन प्रतिनिधि के रूप में, हम सभी को इन मुद्दों के समाधान के लिए मिलकर काम करना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे एम्स-दिल्ली की स्थिति में सुधार के लिए तत्काल और समय पर कदम उठाने का आग्रह करता हूं।’’

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि सरकार आगामी बजट का उपयोग अपने समग्र दृष्टिकोण की समीक्षा करने के लिए करेगी और जन स्वास्थ्य सेवा में अपने निवेश को काफी हद तक बढ़ाएगी।’’

आतिशी को लिखे अपने पत्र में राहुल गांधी ने दिल्ली सरकार से सर्दी के इस मौसम में मरीजों एवं परिजनों के लिए तत्काल और समय पर कदम उठाने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, ‘‘एम्स और भारत सरकार के साथ-साथ परमार्थ संगठनों के साथ साझेदारी में स्थायी सुविधाओं का निर्माण और विस्तार करके मरीजों को समायोजित करने के लिए और अधिक स्थायी समाधान भी तलाशे जाने चाहिए।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैं इस गंभीर मानवीय मुद्दे पर आपके त्वरित हस्तक्षेप का अनुरोध करता हूं। अनगिनत मरीजों और उनके परिजनों की पीड़ा को कम करने के किसी भी प्रयास में आपको मेरा पूरा सहयोग रहेगा।’’

भाषा हक हक सुरेश

सुरेश