वॉशिंगटन: Rahul Gandhi Stops Speech कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष इन दिनों अमेरिका प्रवास पर हैं। अमेरिका दौरे के दौरान राहुल गांधी आज सैन फ्रांसिस्को पहुंचे जहां भारतीयों ने उनका इंडियन अंदाज में यानि तिलक लगाकर स्वागत किया। सैन फ्रांसिस्को में राहुल गांधी ने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित भी किया। लेकिन इस दौरान कुछ ऐसे लोग भी यहां पहुंचे थे, जिन्होंने उनके खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। अंतत: खुद राहुल गांधी को अपना संबोधन रोकना पड़ा।
Rahul Gandhi Stops Speech दरअसल सैन फ्रांसिस्को में राहुल भारतीयों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कुछ लोग नारे लगाने लगे। हालांकि उन्होंने क्या नारे लगाए यह वीडियो में स्पष्ट सुनाई नहीं दे रहा है लेकिन एक शख्स को ‘इंदिरा गांधी…’ कहते सुना जा सकता है। जब नारे लगे तो राहुल गांधी को अपना भाषण रोकना पड़ा। जवाब में पहले उन्होंने कहा, ‘वेलकम’। जब नारेबाजी तेज हुई तो राहुल गांधी ने कहा, ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’। इसके बाद हॉल में ‘भारत जोड़ो’ के नारे लगे और राहुल गांधी ने दोबारा बोलना शुरू किया।
अमेरिका पहुंचे राहुल गांधी को इमीग्रेशन के लिए एयरपोर्ट पर दो घंटे इंतजार करना पड़ा। लाइन में खड़े बाकी लोगों ने उनके साथ सेल्फी ली। जब लोगों ने उनसे पूछा कि वह कतार में क्यों खड़े हैं तो उन्होंने कहा, ‘मैं एक आम आदमी हूं। मुझे यह पसंद है। मैं अब कोई सांसद नहीं हूं।’ राहुल वाशिंगटन में एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करेंगे और सांसदों और संस्थानों से जुड़े लोगों के साथ बैठक करेंगे। वह चार जून को न्यूयॉर्क में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के साथ अपनी यात्रा समाप्त करने वाले हैं।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम ने पिछले हफ्ते कहा था कि राहुल गांधी की यात्रा का उद्देश्य ‘वास्तविक लोकतंत्र’ के साझा मूल्यों और दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। राहुल गांधी को यात्रा के लिए रविवार को नया सामान्य पासपोर्ट जारी किया गया था। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने संसद सदस्य के रूप में उन्हें जारी राजनयिक पासपोर्ट को जमा करने के बाद सामान्य पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को गुजरात के सूरत की एक अदालत की ओर से आपराधिक मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके पश्चात राहुल ने राजनयिक यात्रा पासपोर्ट लौटा दिए थे।