नयी दिल्ली, छह नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ ‘बेबुनियाद आरोप’ लगाने के लिए बुधवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की आलोचना की और उनसे किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले तथ्यों की जांच करने की सलाह दी।
सत्तारूढ़ भाजपा की प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब राहुल गांधी ने ‘दैनिक जागरण’ में एक आलेख में कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी भले ही सैकड़ों साल पहले खत्म हो गई हो, लेकिन उसने जो डर पैदा किया था, वह आज फिर से दिखाई देने लगा है और एकाधिकारवादियों की एक नयी पीढ़ी ने उसकी जगह ले ली है।
कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए भाजपा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘तथाकथित ‘मैच फिक्सिंग एकाधिकार समूहों बनाम फेयर-प्ले बिजनेस’ के माध्यम से मोदी सरकार के खिलाफ एक और निराधार आरोप बस भ्रामक है।’’
भाजपा ने परोक्ष रूप से राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘प्रिय बालक बुद्धि, तथ्यों की जांच किए बिना जल्दबाजी में किसी निष्कर्ष पर मत पहुंचें।’’
पार्टी ने जोमैटो, हल्दीराम, टायनर, लार्सन एंड टुब्रो और मोग्लिक्स सहित नौ कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के वीडियो क्लिप भी ‘एक्स’ पर साझा किया, जिनके नाम गांधी ने अपने लेख में लिए थे और कांग्रेस नेता से मोदी के नेतृत्व और आर्थिक नीतियों पर उनके विचार सुनने को कहा।
पार्टी ने कहा, ‘‘सुनिए कि इन कंपनियों का प्रधानमंत्री मोदी से मिले समर्थन के बारे में क्या कहना है।’’
इससे पहले, राहुल गांधी ने लेख में कहा था कि ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ भले ही बहुत पहले खत्म हो गई हो, लेकिन उसने जो डर पैदा किया था, वह आज फिर से दिखाई देने लगा है और एकाधिकारवादियों की एक नयी पीढ़ी ने उसकी जगह ले ली है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रगतिशील भारतीय व्यापार के लिए ‘न्यू डील’ एक ऐसी सोच है, जिसका समय आ गया है।
वर्ष 1933 से 1938 के बीच आर्थिक महामंदी से उबरने के लिए अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रूजवेल्ट ने ‘न्यू डील’ नामक कार्य-योजना की घोषणा की थी जिसके अंतर्गत कई सामाजिक उदारवादी नीतियों को अमल में लाया गया।
भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र अविनाश
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