झूठों के सरदार हैं राहुल गांधी: विहिप

झूठों के सरदार हैं राहुल गांधी: विहिप

  •  
  • Publish Date - September 28, 2024 / 10:29 PM IST,
    Updated On - September 28, 2024 / 10:29 PM IST

नयी दिल्ली, 28 सितंबर (भाषा) विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर की गई टिप्पणी की निंदा की और उन्हें झूठों का सरदार बताया।

विहिप की यह प्रतिक्रिया गांधी का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आई है। वीडियो में राहुल गांधी को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए अमिताभ बच्चन, अंबानी और अडाणी को आमंत्रित किया गया लेकिन इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए किसी गरीब, मजदूर या किसान को नहीं बुलाया गया।’’

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने बृहस्पतिवार को हरियाणा के बरवाला में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वहां नाच-गान हो रहा था’’। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि संसदीय चुनाव में भाजपा अयोध्या लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के अवधेश सिंह से हार गयी।

विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेन्द्र जैन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक बयान में कहा, ‘राहुल गांधी झूठों के सरदार हैं। वह देश की संस्कृति, हिंदू धर्म और समाज का अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते।’

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ने अपनी टिप्पणी से लोगों के 500 साल के संघर्ष और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों का अपमान किया है।

गांधी के दावे को खारिज करते हुए जैन ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में 200 से अधिक मजदूर मौजूद थे।

उन्होंने कहा, ‘वह (राहुल गांधी) कहते हैं कि कार्यक्रम में कोई दलित मौजूद नहीं था। कामेश्वर चौपाल दलित हैं, जोकि राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य हैं।’

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने गांधी की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि राम मंदिर पर कांग्रेस नेता का ‘प्रलाप’ कुछ और नहीं बल्कि

उनकी ”हिंदू विरोधी मानसिकता” के कारण एक निश्चित अंतराल पर होने वाली एक ”खुजली है जो उन्हें अकसर महसूस होती है”।

बंसल ने कहा, ‘जब भी उन्हें यह अहसास होता है कि उनकी पार्टी और ‘इंडी गैंग’ (विपक्षी दलों का ‘इंडिया’ गठबंधन) का सनातन को खत्म करने का मुख्य लक्ष्य पूरा नहीं हो रहा है, तो वह राम मंदिर, हिंदुत्व, संतों और सनातन मूल्यों पर हमला करते हैं।’ साथ ही कहा कि ‘उन्हें हिंदुत्वफोबिया का इलाज कराने की जरूरत है।”

भाषा

योगेश पवनेश

पवनेश