नई दिल्लीः लोकसभा की तरह ही राज्यसभा में मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की गई। इस दौरान आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने भी कई मुद्दों पर अपनी बात रखीं। उन्होंने नीट यूजी पेपर लीक का मामला उठाया। उन्होंने शिक्षा व्यवस्था को लेकर तंज कसते हुए कहा कि इस देश में दो आईपीएल हैं। एक है जिसमें गेंद और बल्ले का खेल होता है, जिसे कहते हैं इंडियन प्रीमियर लीग। और दूसरा आईपीएल है, जिसमें युवाओं के भविष्य के साथ खेल होता है। ये है इंडियन पेपर लीक।
आप सांसद राघव ने कहा कि इस देश में दो शिक्षा व्यवस्थाएं हैं। एक शिक्षा व्यवस्था है अरविंद केजरीवाल जी की शिक्षा व्यवस्था। जिसमें दिल्ली में वर्ल्ड क्लास स्कूल बनाए गए। इसमें क्वालिटी शिक्षा दी गई और शिक्षित भारत, शिक्षित राष्ट्र बनाने का सपना लेकर अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी आगे बढ़ी। एक दूसरी शिक्षा व्यवस्था है। जिसमें परीक्षा शिक्षा माफिया जन्म लेता है, जिसके तहत लाखों बच्चों का भविष्य अंधकार की कगार पर खड़ा है। NEET UG और यूजीसी नेट में कुल मिलाकर करीब 35 लाख बच्चों की परीक्षा हुई। हमने और देशभर ने देखा कि कैसे परीक्षा के पेपर लीक हुए। इसमें माफियाओं का राज रहा। और कैसे इन 35 लाख बच्चों का भविष्य अंधकार में है। वो 35 लाख बच्चे संसद टीवी को देख रहे हैं। इस उम्मीद से कि शायद उनके अधिकारों और हकों की बात होगी।
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राघव ने सदन में कहा कि देश की 65 फीसदी आबादी 35 साल से कम आयु की है। जहां विकसित देश बूढ़े होते जा रहे हैं। भारत देश जवान हो रहा है और यहां की औसत उम्र 29 साल है। लेकिन हमने इस युवा भारत के लिए क्या किया है? भारत में दुनिया की सेकेंड हाईयेस्ट स्टूडेंट पॉपुलेशन है। अगर हम प्राइमरी, सकेंडरी और हायर एजुकेशन को जोड़ लें तो कुल मिलाकर भारत की 31 करोड़ आबादी स्टूडेंट्स है। सरकार ने इनलोगों के लिए क्या किया?