कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल के पिता ने सिख कार्यकर्ता की हत्या मामले की जांच की मांग की

कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल के पिता ने सिख कार्यकर्ता की हत्या मामले की जांच की मांग की

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  • Publish Date - October 19, 2024 / 09:53 PM IST,
    Updated On - October 19, 2024 / 09:53 PM IST

चंडीगढ़, 19 अक्टूबर (भाषा) जेल में बंद कट्टरपंथी उपदेशक और खडूर साहिब लोकसभा सीट से सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने एक सिख कार्यकर्ता की हत्या मामले में अपने बेटे की संलिप्तता के पुलिस के दावे पर शनिवार को सवाल उठाया और पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की।

तरसेम सिंह का बयान पंजाब पुलिस के प्रमुख गौरव यादव के उस दावे के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि सिख कार्यकर्ता गुरप्रीत सिंह की हत्या अमृतपाल सिंह के इशारे पर की गई।

अमृतपाल सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है।

पुलिस ने इस हत्याकांड के कथित षडयंत्रकर्ता और आतंकवादी अर्शदीप सिंह डल्ला के गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर हत्या का मामला सुलझाने का दावा किया है।

गुरप्रीत सिंह की नौ अक्टूबर को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह अपने गांव के गुरुद्वारे से मोटरसाइकिल पर सवार होकर घर लौट रहे थे।

तरसेम सिंह ने कहा कि उनका बेटा एक साल से अधिक समय से असम की उच्च सुरक्षा वाली जेल में है। उन्होंने हत्या में अमृतपाल की संलिप्तता के पुलिस के दावे का विरोध किया।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि उच्च न्यायालय के किसी मौजूदा न्यायाधीश से इस हत्या मामले की जांच कराई जाए।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि अमृतपाल के ‘‘चरित्र हनन’’ के प्रयास किए जा रहे हैं क्योंकि ‘‘व्यवस्था’’ खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव में उनकी जीत को नहीं ‘‘पचा’’ पा रही है।

पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) यादव ने शुक्रवार को कहा था कि हत्या की साजिश में ‘वारिस पंजाब दे’ (डब्ल्यूपीडी) संगठन के अमृतपाल सिंह की भूमिका का संकेत देने वाले साक्ष्य रिकॉर्ड में आए हैं।

भाषा

देवेंद्र प्रशांत

प्रशांत