चंडीगढ़/होशियारपुर, 14 सितंबर (भाषा) पंजाब के सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार द्वारा सुनिश्चित करियर उन्नयन योजना की बहाली सहित उनकी सभी मांगों को स्वीकार किए जाने के बाद उन्होंने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया है।
आंदोलन की अगुवाई करने वाले ‘पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन’ (पीसीएमएसए) ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह के साथ बैठक के बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त करने की घोषणा की।
नौ सितंबर को शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के कारण सभी सरकारी सुविधाओं में बाह्य रोगी विभाग की सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं।
मंत्री ने बैठक के दौरान कहा कि मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और चिकित्सक से विरोध प्रदर्शन समाप्त करने का आग्रह किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें यह भी आश्वासन दिया कि विभाग के लिए धन की कोई कमी नहीं है। इसलिए उनकी स्वीकृत मांगों को लागू करने में कोई बाधा नहीं आएगी।
मंत्री ने कहा कि कैबिनेट की उप-समिति पहले ही मांगों पर सहमत हो चुकी है, लेकिन उन्होंने चिकित्सकों को आश्वस्त किया कि सुनिश्चित करियर उन्नयन योजना जल्द ही बहाल कर दी जाएगी।
एसोसिएशन की अन्य मांगों पर विचार-विमर्श करते हुए सिंह ने कहा कि वह चिकित्सा अधिकारियों के पदों को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने चिकित्सकों के 1,390 पदों को मंजूरी दी है, जिनमें से 400 रिक्तियों के लिए विज्ञापन पहले ही दिया जा चुका है।
मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पहले ही धनराशि जारी कर दी गई है और सभी सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
भाषा
खारी प्रशांत
प्रशांत
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)