नई दिल्ली: पूर्व जेएनयू छात्र और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार के खिलाफ कार्रवाई को दिल्ली सरकार ने हरी झंडी दिखा दी है। इसके बाद कन्हैया कुमार सहित दो अन्य लोगों के खिलाफ राजद्रोह का केस चलेगा। बता दें कि कन्हैया कुमार पर 2016 में जेएनयू परिसर में एक कार्यक्रम के दौरान देश विरोधी नारों का समर्थन करने का आरोप है।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने साल 2016 में जेएनयू के पूर्व छात्र कन्हैया कुमार उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। इस आरोप पत्र में पुलिस की ओर से कहा गया था कि इन तीनों आरोपियों ने 9 फरवरी 2016 को जेएनयू में एक कार्यक्रम के दौरान जुलूस निकालकर देश विरोधी नारे को समर्थन किया है। कहा गया था कि संसद भवन पर हमले का आरोपी अफजल गुरू और कश्मीर अलगाववादी नेता मकबूल भट्ट के समर्थन में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
JNU sedition matter: Prosecution Department of Delhi government has given its approval for a trial in the matter. Former JNU Students Union President Kanhaiya Kumar and others are involved in the matter. pic.twitter.com/A9OGNwKTSj
— ANI (@ANI) February 28, 2020
इस मामले में हाल ही में पटियाला हाउस कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा था कि अब तक केजरीवाल सरकार ने अपना रूख् स्पष्ट नहीं किया है। दिल्ली सरकार की ओर से देशद्रोह का मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं मिली है। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सरकार को पत्र लिखकर मामले में अपना रूख स्पष्ट करने को कहा था। दिल्ली पुलिस के पत्र के जवाब में आज दिल्ली सरकार ने तीनों के खिलाफ राजद्रोह का केस चलाने की अनुमति दे दी है।