नयी दिल्ली, 21 मार्च (भाषा) सरकार ने शुक्रवार को कहा कि इफको सहित पांच निजी कंपनियों ने पिछले पांच वर्षों में नैनो उर्वरकों पर 300.15 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सरकार नैनो उर्वरक संयंत्रों की स्थापना में सीधे तौर पर शामिल नहीं है।
इफको, कोरोमंडल इंटरनेशनल, मेघमणि क्रॉप न्यूट्रिशन, पारादीप फॉस्फेट्स और रे नैनो साइंस एंड रिसर्च सेंटर पांच कंपनियां हैं जिन्होंने पिछले पांच वर्षों में नैनो उर्वरकों के विकास और प्रचार में 300.15 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
मंत्री ने कहा कि फिलहाल, नैनो उर्वरकों के उत्पादन को किसी भी उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत लाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
नैनो उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए वित्तवर्ष 2023-24 में 15 उर्वरक कंपनियों द्वारा अपने आंतरिक संसाधनों का उपयोग करके स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की ड्रोन दीदियों को 1,094 ड्रोन वितरित किए गए।
उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया और नैनो डीएपी की कीमतें उर्वरक कंपनियां तय करती हैं।
भाषा राजेश सुभाष
सुभाष