नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 14 राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करेंगी। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
बयान के मुताबिक, मंत्रालय वीर बाल दिवस पर भारतीय बच्चों की क्षमताओं और उपलब्धियों को रेखांकित करने वाली देशव्यापी गतिविधियों का आयोजन करेगा और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के विजेताओं को सम्मानित करेगा।
बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस साल 14 राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से नवाजेंगी।
यह पुरस्कार सात श्रेणियों-कला एवं संस्कृति; बहादुरी; नवाचार; विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी; सामाजिक सेवा; खेल और पर्यावरण-में बच्चों की असाधारण उपलब्धियों को रेखांकित करता है।
बयान के अनुसार, इस साल जिन 17 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए चुना गया है, उनमें सात लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि प्रत्येक विजेता को एक पदक, प्रमाणपत्र और एक प्रशस्ति पुस्तिका प्रदान की जाएगी।
बयान के मुताबिक, वीर बाल दिवस का राष्ट्रीय कार्यक्रम दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुपोषित पंचायत योजना का उद्घाटन करेंगे, जिसका मकसद जमीनी स्तर पर पोषण सुरक्षा को मजबूत करना है।
इसमें कहा गया है कि कार्यक्रम में बच्चों के नेतृत्व में विविध संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करने वाला मार्च-पास्ट भी होगा।
बयान के अनुसार, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी उद्घाटन भाषण देंगी, जो बच्चों की शिक्षा और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित इस दिवस का माहौल तैयार करेगा।
बयान में कहा गया है कि पुरस्कार विजेताओं सहित लगभग 3,500 बच्चे इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जिसमें भारत की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने वाली सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
इसमें कहा गया है कि शैक्षिक और रचनात्मक गतिविधियों से देशभर के बच्चे जुड़ेंगे।
बयान के मुताबिक, वीर बाल दिवस पर स्कूल, बाल देखभाल संस्थान और आंगनवाड़ी केंद्र कहानी सत्र, रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, निबंध लेखन, कविता पाठ आदि का आयोजन करेंगे।
इसमें कहा गया है कि माईगव और माईभारत जैसे ऑनलाइन मंचों पर ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
वीर बाल दिवस भारतीय बच्चों को साहस, नवाचार और सेवा के मूल्यों को कायम रखते हुए देश की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित करने के वास्ते समर्पित है।
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार और सुपोषित पंचायत जैसे कार्यक्रमों के जरिये सरकार अगली पीढ़ी को सशक्त बनाने और उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।
भाषा पारुल मनीषा
मनीषा