राष्ट्रपति मुर्मू ने गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर नागरिकों को शुभकामनाएं दीं |

राष्ट्रपति मुर्मू ने गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर नागरिकों को शुभकामनाएं दीं

राष्ट्रपति मुर्मू ने गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर नागरिकों को शुभकामनाएं दीं

:   Modified Date:  October 1, 2024 / 10:04 PM IST, Published Date : October 1, 2024/10:04 pm IST

नयी दिल्ली, एक अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर मंगलवार को देश के नागरिकों को बधाई दी और सभी से देश के विकास को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए सत्य, अहिंसा, प्रेम और शुचिता के मूल्यों को आत्मसात करने का संकल्प लेने को कहा।

राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक संदेश में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘‘सभी नागरिकों की ओर से, मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 155वीं जयंती पर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।’’

मुर्मू ने कहा कि उनके विचारों ने दुनिया के कई गणमान्य विभूतियों को प्रभावित किया, जिन्होंने गांधीजी के आदर्शों को अपनी कार्यशैली में अपनाया।

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘इस पावन अवसर पर, आइए हम सत्य, अहिंसा, प्रेम और शुचिता के मूल्यों को आत्मसात कर गांधीजी के सपनों के भारत की संकल्पना के साथ, देश और समाज के विकास को निरंतर आगे बढ़ाने का संकल्प लें।’’

उन्होंने कहा कि सत्य और अहिंसा के पुजारी बापू का जीवन पूरी मानवता के लिए एक अनुपम संदेश है। मुर्मू ने कहा, ‘‘उन्होंने हमें शांति और सहयोग के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। गांधीजी अस्पृश्यता, निरक्षरता, अस्वच्छता और अन्य सामाजिक बुराइयों को मिटाने और महिला सशक्तीकरण के लिए निरंतर संघर्ष करते रहे।’’

उन्होंने कहा कि गांधीजी शाश्वत नैतिक सिद्धांतों के प्रतीक थे और नैतिकता आधारित आचरण ही उनका संदेश था। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘उनका संघर्ष कमजोर से कमजोर व्यक्ति को शक्ति और संबल प्रदान करने पर केंद्रित था।’’

भाषा अमित माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)