महाकुम्भ नगर, 11 दिसंबर (भाषा) महाकुम्भ 2025 को डिजिटल कुम्भ बनाए जाने से श्रद्धालुओं के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी की भी आशंका बढ़ी है, जिससे निपटने के लिए सरकार ने मेला क्षेत्र में साइबर थानों की भी शुरुआत की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (कुम्भ) राजेश द्विवेदी ने बताया कि देश-विदेश से इतनी बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए पूरे प्रदेश के चुनिंदा अधिकारियों की एक विशेष टीम मेले के लिए बुलाई गई है।
उन्होंने बताया कि महाकुम्भ मेले में एआई, ‘एक्स’, फेसबुक और गूगल का किसी भी प्रकार से दुरुपयोग नहीं किया जा सकेगा।
द्विवेदी ने कहा कि महाकुम्भ नगर की साइबर विशेषज्ञ टीम ने तेजी से काम करते हुए संदिग्ध 44 वेबसाइटों की पहचान की है और इनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है, इसके साथ ही, महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को बड़े पैमाने पर जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को महाकुम्भ मेले से संबंधित जानकारी के लिए 1920 नंबर भी जारी किया गया है, इसके साथ-साथ वे सरकारी वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा फर्जी वेबसाइटों की सूचना भी यहां थाने में दी जा सकती है जिस पर साइबर थाना तुरंत कार्यवाही करेगा, यह टीम एक स्थान पर लैपटॉप और कंप्यूटर से तो सक्रिय है ही, इसके अलावा इनकी मोबाइल टीम भी काम कर रही हैं जो बड़ी संख्या में फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया पर फर्जी एकाउंट से संबंधित मामलों को मोबाइल पर ही हल कर रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जो लोग एआई, फेसबुक, एक्स या इंस्टाग्राम के माध्यम से लोगों से पैसे मांगते हैं, उन पर भी साइबर विशेषज्ञ नजर रख रहे हैं।
भाषा राजेंद्र जोहेब
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