Prashant Kishor folded hands on the matter of working with Congress,

कांग्रेस के साथ काम करने की बात पर प्रशांत किशोर ने जोड़े हाथ, कहा – उनके साथ मैं भी डूब जाऊंगा

Prashant Kishor folded hands : प्रशांत किशोर कुछ दिन पहले ही कांग्रेस में शामिल होने वाले थे, लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि कांग्रेस के साथ

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:26 PM IST, Published Date : June 1, 2022/3:09 am IST

नई दिल्ली : Prashant Kishor folded hands : प्रशांत किशोर कुछ दिन पहले ही कांग्रेस में शामिल होने वाले थे, लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि कांग्रेस के साथ काम करने की बात पर प्रशांत किशोर हाथ जोड़ रहे हैं। प्रशांत किशोर का एक वीडियो सामने आया है जिसमे वे गांव वालो के सामने हाथ जोड़कर कह रहे हैं कि वह कांग्रेस के साथ काम नहीं करेंगे।

दरअसल, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अपनी राजनीतिक संभावनाओं को टटोलने के लिए बिहार का दौरा कर रहे हैं। अपने गृह राज्य के एक गांव से प्रशांत किशोर का यह वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में प्रशांत किशोर कह रहे हैं कि कांग्रेस खुद भी नीचे जाएगी और अपने साथ सभी को नीचे ले जाएगी।

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वीडियो में गिना रहे अपनी उपलब्धियां

Prashant Kishor folded hands : इस वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रशांत किशोर किसी गांव में हैं और उनके आसपास अन्य लोग बैठे हुए हैं। इसमें पीके बतौर चुनावी रणनीतिकार अपनी उपलब्धियां गिना रहे हैं। वह कह रहे हैं कि 2015 में हमने बिहार में जीत हासिल की। 2017 में हमने पंजाब में जीत हासिल की। 2019 में आंध्र प्रदेश में जीत हासिल की। हमने तमिलनाडु और बंगाल में जीत हासिल की। वह आगे कहते हैं कि 11 साल में हम सिर्फ एक चुनाव हारे, वह था 2017 का उत्तर प्रदेश चुनाव। इसलिए मैंने तय किया कि अब कभी कांग्रेस के साथ काम नहीं करुंगा। इसके साथ ही वह हाथ जोड़ लेते हैं।

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अगर उनके साथ रहा तो मैं भी डूब जाऊंगा : प्रशांत किशोर

Prashant Kishor folded hands : प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी थी, जो कभी एकजुट नहीं हो सकी। उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा कांग्रेस बॉसेज का हाल यह है कि वो खुद भी डूबेंगे और अपने साथ वालों को भी ले डूबेंगे। पीके ने कहा कि अगर मैं उनके साथ जाऊंगा तो मेरा भी डूबना तय है। गौरतलब है कि इससे पहले उन्होंने उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर को असफल बताया था। साथ ही भविष्यवाणी की थी कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के आगामी चुनावों में पार्टी का कुछ नहीं होने वाला।

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साल में दूसरी बार पार्टी के साथ गड़बड़ाया पीके का तालमेल

पार्टी में भूमिका को लेकर कांग्रेस के साथ पीके का तालमेल साल में दूसरी बार गड़बड़ाया है। कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की योजना के तहत उन्होंने सोनिया को पार्टी अध्यक्ष जबकि किसी गैर कांग्रेसी को कार्यकारी अध्यक्ष या उपाध्यक्ष बनाने का सुझाव दिया था। साथ ही 600 स्लाइड शो का प्रजेंटेशन दिया था। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की चर्चा में इस पर बात नहीं बनी। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड का मुखिया बनाने की बात कही थी। कई दिनों तक चले निगोशिएशन के बाद जब पीके को एंपॉवर्ड एक्शन ग्रुप का सदस्य बनाने की बात आई तो उन्होंने पार्टी जॉइन करने का मन बदल दिया था।