Pragyan Rover Movement Live: लैंडिंग के 11वें दिन प्रज्ञान रोवर ने पूरा किया चाँद पर 100 मीटर का सफर.. 3 दिन बाद हो जाएगी इस हिस्से में रात

  •  
  • Publish Date - September 2, 2023 / 04:05 PM IST,
    Updated On - September 2, 2023 / 04:08 PM IST

बेंगलुरु: चंद्रयान3 ने पिछले महीने के 23 अगस्त को चाँद के साउथ पोल पर सुरक्षित तरीके से लैंडिंग की थी।इसके बाद प्रज्ञान रोवर विक्रम लैंडर से बाहर आया था। (Pragyan Rover Movement Live Update) प्रज्ञान रोवर को लैंडर से बाहर आये 11 दिन बीत चुके है और वही प्रज्ञान चाँद के सतह पर करीब 100 मीटर की चहलकदमी कर चुका है। इसरो ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है। नक़्शे की मदद से प्रज्ञान की दिशा को भी दिखाया गया है।

IND vs PAK Asia Cup Live Update: भारत को लगा पहला झटका, कप्तान रोहित शर्मा 11 रन बनाकर हुए आउट

बचा बाल-बाल

चार दिन पहले प्रज्ञान रोवर चाँद के एक बड़े गड्ढे जिसे क्रेटर कहा जाता है उसमे समाने से बाल-बाल बच गया। इसरो ने बताया था कि लैंडर से बायीं दिशा में जाने के दौरान प्रज्ञान के सामने एक बड़ा क्रेटर आ गया था। जिसके बाद ऑपरेटिंग टीम ने फ़ौरन डायरेक्शन चेंज का कमांड दिया और फिर रोवर को वापिस आने का निर्देश दिया गया। यदि चाँद क्रेटर में समा गया होता तो यह पूरा मिशन फेल हो जाता। लेकिन वैज्ञानिकों की सतर्कता और सूझबूझ से यह घटना टल गया।

चांद पर भूकंप

प्रज्ञान रोवर लगातार पृथ्वी में चाँद से जुड़ी सटीक जानकारियां भेज रहा है। रोवर ने चाँद पर कई तरह के रासायनिक तत्व मौजूद होने की पुष्टि की थी। वैज्ञानिकों के मुताबिक़ चाँद की सतह पर सल्फर भी पाया गया है जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। इसी तरह चाँद ने कई अन्य तत्वों के भी होने की पुष्टि की है। इसी बीच रोवर ने कल चाँद पर एक प्राकृतिक और अजीब तरह की गतिविधि को दर्ज किया है। इसरो के मुताबिक़ रोवर ने चाँद पर संभवतः भूकंप को रिकार्ड किया है। कम्पन डाटा के माध्यम से पता चला है कि रोवर बेहद तेजी से काँप रहा था जो कि असामान्य था। लिहाजा आशंका जताई गई है कि चाँद पर या तो भूकंप आया है या फिर उससे कोई एस्टरॉयड टकराया है।

Teachers beat up the headmaster: शिक्षिकाओं ने प्रधानाध्यापक की कर दी चप्पल से पिटाई, इस बात को लेकर हुआ था विवाद, जानिए क्या है पूरा मामला

मिशन हो जाएगा पूरा

प्रज्ञान रोवर फिलहाल चाँद के साउथ पोल पर है। फिलहाल चाँद के इस हिस्से में अभी दिन है यानी इस हिस्से में सूर्या की रोशनी पड़ रही है जिसकी मदद से रोवर सौर ऊर्जा से चार्ज हो रहा है। तीन दिनों बाद यहाँ आने वाले 14 दिनों के लिए अन्धेरा छा जायेगा और फिर प्रज्ञान रोवर काम करना बंद कर देगा। वही इस तरह मिशन भी पूरा हो जाएगा।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें