भुवनेश्वर, 17 फरवरी (भाषा) ओडिशा के उत्कृष्ट समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने के उद्देश्य ये केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जीवन विज्ञान संस्थान में समुद्री जैव प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता संस्थान स्थापित करने के लिये केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्द्धन से व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
हर्षवर्द्धन को लिखे पत्र में प्रधान ने कहा कि राज्य का समुद्र तट लाखों लोगों को रोजगार मुहैया करा रहा है और यह समुद्र आधारित ‘नीली अर्थव्यवस्था’ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के केंद्र में रहा है।
नीली अर्थव्यवस्था के तहत महासागर से संबंधित सभी गतिविधियां शामिल हैं । इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से वे सहायक गतिविधियां शामिल हैं, जो इस सेक्टर के कामकाज के लिए आवश्यक हैं ।
ओड़िशा के रहने वाले प्रधान ने पत्र में कहा, ‘‘पारादीप बंदरगाह, आईओसीएल पारादीप रिफाइनरी, पारादीप स्मार्ट बंदरगाह शहर समेत अन्य परियोजनाओं का विकास एवं विस्तार न केवल ओड़िशा बल्कि पूर्वी भारत की सामुद्रिक आर्थिक वृद्धि की वास्तविक क्षमता को मजबूत करेगा ।’’
उन्होंने हर्षवर्द्धन से कहा, ‘‘इसलिये मैं भुवनेश्वर स्थित जीवन विज्ञान संस्थान में समुद्री जैव प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना करने के लिये आपके व्यक्तिगत हस्तक्षेप करने का अनुरोध करता हूं ।’’
भाषा रंजन रंजन मनीषा
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