पश्चिम बंगाल के आपूर्ति पर ‘पाबंदी’ लगाने से झारखंड में आलू की कीमतें बढ़ीं |

पश्चिम बंगाल के आपूर्ति पर ‘पाबंदी’ लगाने से झारखंड में आलू की कीमतें बढ़ीं

पश्चिम बंगाल के आपूर्ति पर ‘पाबंदी’ लगाने से झारखंड में आलू की कीमतें बढ़ीं

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Modified Date: November 30, 2024 / 02:03 PM IST
Published Date: November 30, 2024 2:03 pm IST

रांची/धनबाद, 30 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल से आलू की आपूर्ति पर कथित रूप से पाबंदी लगाए जाने के बाद झारखंड के खुदरा बाजार में पिछले दो दिन में आलू की कीमत में पांच रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

पश्चिम बंगाल के आलू व्यापारियों के एक संगठन के अनुसार, आलू का भंडार बनाए रखने और इसकी कीमत को नियंत्रित करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने अंतरराज्यीय आपूर्ति पर कथित रूप से पाबंदी लगा दी है।

झारखंड में पूरे वर्ष 60 प्रतिशत आलू की मांग पश्चिम बंगाल जबकि शेष मांग उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और स्थानीय उत्पादन से पूरी होती है।

कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी), जमशेदपुर के सचिव अभिषेक आनंद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘हर ट्रक में 20-22 टन आलू होता है और यह पश्चिम बंगाल से झारखंड आता है। हमें बताया गया है कि ट्रकों को बृहस्पतिवार से बंगाल की चौकियों पर रोक दिया गया है, जिससे राज्य में शुक्रवार से थोक व खुदरा बाजारों में आलू की कीमतें बढ़ गईं।”

रांची के खुदरा बाजार में बंगाल के आलू की कीमत शनिवार को बढ़कर 35-40 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जो शुक्रवार को 32-35 रुपये प्रति किलोग्राम थी।

‘पश्चिम बंगाल प्रोग्रेसिव पोटेटो ट्रेडर्स एसोसिएशन’ (डब्ल्यूबीपीपीटीए) के पूर्व अध्यक्ष और सलाहकार बिभास कुमार डे ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘पश्चिम बंगाल पुलिस ने दूसरे राज्यों में आलू के निर्यात पर अंकुश लगाने के लिए सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। बुधवार शाम से पुलिस जांच के दौरान आलू से लदे सैकड़ों ट्रकों को वापस भेज दिया गया। इस कदम से व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है।’

भाषा जोहेब सिम्मी

सिम्मी

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)