नईदिल्ली.
President Election 2022 : नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है और इसी के साथ सियासी सरगर्मियां नए सिरे से चढ़ने लगी हैं। अभी दोनों प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस देख रही है कि कौन-कौन से दल संयुक्त उम्मीदवार उतारने के पक्ष में हैं, उसके बाद संभावित नामों पर विचार विमर्श किया जाएगा। लेकिन सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा तेज हो गई है कि आखिर नए राष्ट्रपति कौन होगा।
देश के शीर्ष संवैधानिक पद के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) किसे अपना उम्मीदवार बनाती है। ये तो आने वाला समय ही बताएगा। दूसरी ओर विपक्षी पार्टी भी अब गुणा-भाग करने में जुट गई है। वहीं राजनीतिक हलकों से लेकर सोशल मीडिया तक इस बात पर चर्चा शुरू हो गई है कि राष्ट्रपति कौन होना चाहिए।
इन चर्चाओं में अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े मशहूर हस्तियों के नाम की चर्चा भी अधिक हो रही है। जैसा कि केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से लेकर फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, रजनीकांत का नाम शामिल है। मालूम होगा कि बीजेपी हमेशा चौंकाने वाले फैसले लेती हैं। अगर वैज्ञानिक क्षेत्र से जुड़े चर्चित चेहरे पर बीजेपी दांव लगाती है तो निश्चित ही बीजेपी के लिए यह मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि जब देश के महान वैज्ञानिक ए पी जे अब्दुल कलाम का नाम का ऐलान बीजेपी ने किया था तो कांग्रेस, राजनीति के चक्रव्यूह में फंस गई और बीजेपी उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगी।
इसके अलावा इकोनॉमिस्ट, बिजनेस टाइकून्स, कनलसटेंट्स और भारत के सर्वेच्च सम्मान से सम्मानित हुए शख्स को भी सियासी दल राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया जा सकता हैं। तो कौन इन इन क्षेत्रों के चर्चित चेहरे चलिए आज आपको बताते हैं…
वैज्ञानिक क्षेत्र से अगर किसी चर्चित चेहरे को राष्ट्रपति बनाया जा सकता है तो वह नाम है के सिवन। एक साधारण किसान परिवार में जन्म लेने के बाद सिवन ने अपनी मेहनत, लगन और काबिलियत के दम पर इसरो के चेयरमैन पद तक का लंबा सफर तय किया है। जिस प्रकार पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को ‘मिसाइल मैन’ कहा जाता है, उसी तरह डॉ. के. सिवन (Dr. K Sivan) ‘रॉकेटमैन’ के नाम से पहचाने जाते हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र इसरो ने जब 2018 में पीएसएलवी सी-4 के जरिए एकसाथ 31 उपग्रह लांच किए। इनमें भारत के 3 और 28 अन्य 6 देशों के थे। इसके साथ ही इसरो का सैटेलाइट भेजने का शतक भी पूरा हो गया, जिसके पीछे सिवन का ही तेज दिमाग था। इस सफलता पर पीएम मोदी ने के सिवन की जमकर तारीफ भी की थी। अब चाहे तो बीजेपी के सिवन को राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित कर मास्टरस्ट्रोक खेल सकता है।
सिवन को 1999 में डॉ. विक्रम साराभाई रिसर्च अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। 2007 में उन्हें इसरो मेरिट अवॉर्ड से नवाजा गया। 2011 में डॉ. बीरेन रॉय स्पेस साइंस अवॉर्ड और अप्रैल 2014 में चेन्नई की सत्यभामा यूनिवर्सिटी से डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि से वे सम्मानित हुए।
के सिवन के बाद वैज्ञानिक क्षेत्र में अगर किसी का नाम लिया जाएगा तो वह नाम होगा इसरो के नए अध्यक्ष एस सोमनाथ। ISRO चीफ के रूप में सोमनाथ की नियुक्ति तीन साल के लिए हुई है। वह स्पेस लॉन्च व्हीकल के सिस्टम इंजीनियरिंग में एक अनुभवी वैज्ञानिक हैं। एस. सोमनाथ एक भारतीय एयरोस्पेस इंजीनियर और रॉकेट तकनीशियन हैं।
राष्ट्रपति के संभावित चेहरों की सूची में भारत के प्रख्यात सिविल इंजीनियर ई श्रीधरन का नाम भी शामिल है। उन्हें भारत के ‘मेट्रो मैन’ के रूप में भी जाना जाता है। ई श्रीधरन ने बहुत कम समय के भीतर दिल्ली मेट्रो के निर्माण का कार्य किसी सपने की तरह बेहद कुशलता और श्रेष्ठता के साथ पूरा कर दिखाया है। भारत सरकार ने उन्हें 2001 में पद्म श्री तथा 2008 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया।
व्यापार एवं उद्योग जगत से अगर किसी महान शख्सियत का नाम लिया जाए तो सबसे पहले रतन टाटा का नाम सामने आता है। टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा को महाराष्ट्र की एचएसएनसी यूनिवर्सिटी ने समाज में उनके अतुलनीय योगदान के लिए डी.लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया है। इस दौरान राज्यपाल कोश्यारी ने कहा, “रतन टाटा केवल एक उद्योगपति या कॉरपोरेट जगत के आदर्श ही नहीं बल्कि एक महान इंसान हैं जिन्होंने विनम्रता, मानवीयता और मूल्यों को बढ़ावा दिया। बता दें कि रतन टाटा का बीजेपी से भी अच्छे संबंध है। राष्ट्रपति के संभावित नामों में रतन टाटा के नाम पर भी पार्टी चर्चा कर सकती है।
अर्थशास्त्री के क्षेत्र से अगर किसी शख्स को राष्ट्रपति पद के लिए नामित किया जा सकता है तो वह नाम आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी हो सकते हैं। इसके अलावा एम एस स्वामीनाथन भी हो सकते हैं। रघुराम राजन भारत में पिछले कुछ समय से
हो रही घटनाओं पर अपनी बात रख रहे हैं। उनकी छवि एक अडिग रहने वाले शख्स की है, जो अपनी बात डंके की चोट कहने का साहस रखता है। उन्हें जेम्स बांड और रॉक स्टार अर्थशास्त्री भी कहा जाता है।
देश के महान कृषि वैज्ञानिक एम॰ एस॰ स्वामीनाथन अय्यर का नाम भी राष्ट्रपति के संभावित उम्मीदवार के नाम पर शामिल किया जा सकता है। भारत के आनुवांशिक-विज्ञानी (आनुवंशिक वैज्ञानिक) हैं जिन्हें भारत की हरित क्रांति का जनक माना जाता है। उन्हें विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन 1972 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
देश के सलाहाकार क्षेत्र से अगर किसी महान शख्स को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया जाता तो है पहला नाम राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल का हो सकता है। अजीत डोभाल अपने कार्यों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। अपनी कुशलता और क्षमता से उन्होंने दुश्मनों को लोहे के चने चबाने में पीछे नहीं रहे। अपनी हैरतगंज कारनामों और कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कर चुके अजीत डोभाल का भारत का जेम्स बॉन्ड कहा जाने लगा।
अजीत डोभाल के बाद शिव शंकर मेनन को राष्ट्रपति के संभावित उम्मीदवारों के नामों की सूची में शामिल किया जा सकता है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अधीन भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में कार्य किया। उन्होंने पहले विदेश मंत्रालय में विदेश सचिव के रूप में कार्य किया था। इससे पहले वह पाकिस्तान और श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त और चीन और इजरायल में राजदूत थे।
पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और पश्चिम बंगाल के गवर्नर एमके नारायणन भी राष्ट्रपति के संभावित उम्मीदवार की सूची में शामिल किया जा सकता है। एमके नारायणन लगातार सियासी दलों से भी जुड़े हुए हैं। भारत सरकार ने उन्हें 1992 में नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया।
पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए किसी महान शख्स को अगर राष्ट्रपति के पद के लिए सियासी दल ऐलान कर सकते हैं। तो पहला नाम गुजरात की प्रसिद्ध महिला चिकित्सक लता देसाई का हो सकता है। लता देसाई ने अपने पति डॉ. अनिल देसाई और कुछ दोस्तों के साथ मिलकर साल 1980 में एक स्वैच्छिक संगठन ‘सोसाइटी फॉर एजुकेशन वेलफेयर एंड एक्शन-रूरल’ की स्थापना की। भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया है।
राष्ट्रपति के संभावित उम्मीदवारों के नाम में अनिल कुमार राजवंशी के नाम को भी शामिल किया जा सकता है। विज्ञान और इंजीनियरिंग डा. अनिल कुमार राजवंशी को 2022 में भारत सरकार द्वारा तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। उन्होंने अपने तकनीक के जरिए कई गांवों के लोगों की जिंदगी को आसान बनाने की दिशा में सराहनीय काम किया है। उन्होंने अपने ज्ञान से ई-रिक्शा और इथेनॉल से लालटेन और स्टोव जलाने के ईंधन को विकसित किया।