नई दिल्ली। लॉकडाउन में महज दो दिनों में वो कर दिखाया है जो काफी लंबे समय से तमाम प्रयासों के बाद भी नही किया जा सका था। हम बात कर रहे हैं पॉल्यूशन का लेवल की,जो कि दिल्ली एनसीआर में कभी 600 को पार कर जाता था वो आज महज 72 ही रह गया है। कोरोना वायरस के इंफेक्शन को रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक पूरे भारत में लॉकडाउन है जिसकी वजह से सड़क पर बहुत कम संख्या में गाड़ियां चल रहीं है। जिसकी वहज से दिल्ली एनसीआर की हवा एकदम से स्वच्छ हो गई है।
ये भी पढ़ें: कोरोना ले लड़बो अउ जीतबो, इस जंग में सभी का योगदान जरुरी- सीएम बघेल
कोरोना से लड़ने का सबसे सही तरीका घर के अंदर ही रहना है, कहीं अनावश्यक रूप से बाहर नही जाना है, सभी कार्यालय दफ्तर बंद हैं, ऐसे में आने वाले 21 दिनों बाद न सिर्फ दिल्ली एनसीआर बल्कि पूरे भारत की हवा साफ होने वाली है, इसका नतीजा ये भी होगा कि एक बार यह वातावरण साफ हो जाने के बाद कुछ समय सांस से संबंधित बीमारियों पर भी अंकुश लगेगा।
ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस के खिलाफ एक्शन मोड में सीएम, स्वास्थ्य…
गौरतलब है कि कोरोना से हमारी इस जंग के में जीत नेचर की भी हो रही है, खुली हवा, साफ सड़कें ये बयां कर रही हैं कि कहीं न कहीं हम कुछ गलती तो करते थे पर अब उसको सुधारने वक्त आ गया है। कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए मुस्तैदी से की जा रही सफाई हो या फिर पॉल्यूशन का लेवल अब सब बैलेंस हो रहा है। सब सही हो रहा है, अब हमें बस ये ध्यान रखना है कि जब हम कोरोना से जंग में जीतकर लौटें तो हम नई शुरुआत करें और वातावरण की हवा और सड़कों का इसी तरह ध्यान रखें।
ये भी पढ़ें: हम नहीं सुधरेंगे, लॉक डाउन का ढीढ लोगों पर नहीं हो …