राज्यसभा चुनाव: हरियाणा की दो सीटों के लिए मतदान, इस निर्दलीय विधायक ने नहीं डाला वोट

पिछले दो दिनों से चंडीगढ़ के बाहरी इलाके में एक लग्जरी होटल में ठहराए गए भाजपा-जजपा विधायक और कुछ निर्दलीय मतदान के लिए एक बस में यहां विधानसभा परिसर में पहुंच गए हैं।

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  • Publish Date - June 10, 2022 / 03:05 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:47 PM IST

Rajya Sabha elections: चंडीगढ़, 10 जून। हरियाणा से राज्यसभा की दो सीट के लिए शुक्रवार को ज्यादातर विधायकों ने मतदान किया जबकि निर्दलीय विधायक बलराज कुंडु ने मतदान से दूर रहने का फैसला किया। कुंडु ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा घोटालों से घिरी हुई है, जबकि कांग्रेस ने बाहरी उम्मीदवार अजय माकन को खड़ा कर लोगों का ‘‘अपमान’’ किया है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

सुबह नौ बजे मतदान शुरू होने के तुरंत बाद वोट डालने वाले विधायकों में कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई भी शामिल रहे। बिश्नोई दिल्ली से बृहस्पतिवार शाम को यहां पहुंचे थे। वह पिछले एक सप्ताह से रायपुर के रिसॉर्ट में ठहरे कांग्रेस विधायकों के साथ नहीं गए थे।

अधिकारियों ने बताया कि दो सीट के लिए मतदान सुबह नौ बजे शुरू हुआ और शाम चार बजे तक चलेगा तथा इसके तुरंत बाद मतगणना होगी।

पिछले दो दिनों से चंडीगढ़ के बाहरी इलाके में एक लग्जरी होटल में ठहराए गए भाजपा-जजपा विधायक और कुछ निर्दलीय मतदान के लिए एक बस में यहां विधानसभा परिसर में पहुंच गए हैं।

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Rajya Sabha elections: भाजपा ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को खड़ा किया है जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। मीडिया कारोबारी कार्तिकेय शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं।

कई मुद्दों पर मनोहर लाल खट्टर सरकार के खिलाफ मुखर रहे कुंडु ने दोपहर में घोषणा की कि वह मतदान से दूर रहेंगे।

महम से विधायक कुंडु ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया, ‘‘मुझे पैसों समेत कई पेशकश मिली, लेकिन मैंने अपने विवेक से फैसला लिया।’’

कुंडु ने आरोप लगाया कि भाजपा-जजपा सरकार कई घोटालों से घिरी हुई है और वह या उसके सहयोगी दल के समर्थन वाली पार्टी या किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं कर सकते।

उन्होंने माकन को उम्मीदवार बनाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘पार्टी ने एक बाहरी को खड़ा करके हरियाणा के लोगों का अपमान किया है। इन सब कारणों से मैंने मतदान से दूर रहने और वोट न डालने का फैसला किया है।’’

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एक सवाल के जवाब में कुंडु ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि उनके फैसले से किसी को फायदा या नुकसान होगा, लेकिन उन्होंने अपने विवेक के अनुसार फैसला किया।

कांग्रेस के बिश्नोई दिल्ली से बृहस्पतिवार शाम को यहां पहुंचे। वह रायपुर में एक रिसॉर्ट में ठहरे कांग्रेस विधायकों के साथ नहीं गए थे।

मतदान के बाद विधानसभा परिसर से निकलते समय बिश्नोई ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने ‘‘अपने विवेक के अनुसार’’ वोट दिया है। कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स ने बाद में दावा किया कि बिश्नोई ने कांग्रेस उम्मीदवार को वोट दिया है।

कांग्रेस ने खरीद-फरोख्त के डर से एक सप्ताह पहले अपने विधायकों को रायपुर भेज दिया था। वे दिल्ली से करीब सुबह 11 बजे चंडीगढ़ पहुंचे।

दिल्ली से कांग्रेस विधायकों के साथ आ रहे कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा किया कि माकन आसानी से जीत जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे उम्मीदवार को हमारे विधायकों की कुल संख्या से अधिक वोट मिलेंगे।’’

हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं।

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Rajya Sabha elections: वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधायक रघुवीर सिंह कादियान ने कहा कि कांग्रेस के पास अपने उम्मीदवार की जीत के लिए आवश्यक संख्या है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे उम्मीदवार को कांग्रेस के 31 वोट मिलेंगे। इसके अलावा उन्हें दो-तीन वोट और भी मिलेंगे।’’

भाजपा, जजपा नेता और कुछ निर्दलीयों ने दावा किया कि भाजपा उम्मीदवार पंवार और निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा जीत जाएंगे।

जे पी दलाल और अनिल विज समेत हरियाणा के मंत्रियों ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी और निर्दलीय विधायक जीत जाएंगे, जबकि जननायक जनता पार्टी के नेता दिग्विजय चौटाला ने कहा कि पंवार और कार्तिकेय जीतेंगे।

इससे पहले सुबह कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने यहां हुड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की। चौधरी रायपुर के रिसॉर्ट में नहीं गयी थीं। चौधरी ने भी दावा किया कि उनकी पार्टी के प्रत्याशी आसानी से जीत जाएंगे।

राज्यसभा चुनाव को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की साख से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि यह पार्टी के उनके वफादार उदय भान को प्रदेश इकाई का प्रमुख नियुक्त किए जाने के बाद पहली चुनौती होगी। भान को पार्टी की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा के स्थान पर नियुक्त किया गया।

हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा में 40 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी के पास जीत के लिए आवश्यक 31 प्रथम वरीयता मतों से नौ अधिक मत हैं, जबकि मीडिया कारोबारी कार्तिकेय शर्मा के निर्दलीय खड़े होने से दूसरी सीट के लिए मुकाबला दिलचस्प हो गया है। उन्हें भाजपा-जजपा गठबंधन, निर्दलीय और हरियाणा लोकहित पार्टी के इकलौते विधायक गोपाल कांडा का समर्थन हासिल है।

कांग्रेस के राज्य विधानसभा में 31 सदस्य हैं, जो एक सीट के लिए उसके उम्मीदवार को जिताने के लिए पर्याप्त है, लेकिन ‘क्रॉस-वोटिंग’ होने पर उसकी संभावनाएं कम हो सकती हैं।

बृहस्पतिवार को इंडियन नेशनल लोक दल के इकलौते विधायक अभय सिंह चौटाला ने कार्तिकेय शर्मा को समर्थन देने की घोषणा की थी।