Pawan Khera on PM Modi: वोटर टर्नआउट फंडिंग मामले में गरमाई सियासत! पवन खेड़ा ने मोदी सरकार को लिया आड़े हाथ, पूछे ये सवाल

Pawan Khera on PM Modi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत में अमेरिकी चुनावी फंडिंग पर लगातार सवाल उठा रहे हैं।

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  • Publish Date - February 22, 2025 / 06:35 PM IST,
    Updated On - February 22, 2025 / 06:36 PM IST
Pawan Khera on PM Modi | Source : File Photo

Pawan Khera on PM Modi | Source : File Photo

HIGHLIGHTS
  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत में अमेरिकी चुनावी फंडिंग पर लगातार सवाल उठा रहे हैं।
  • एक बार फिर कथित रूप से भारत को मिले 21 मिलियन डॉलर का मुद्दा उठाया है।
  • कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस बयान को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है।

नई दिल्ली। Pawan Khera on PM Modi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत में अमेरिकी चुनावी फंडिंग पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर कथित रूप से भारत को मिले 21 मिलियन डॉलर का मुद्दा उठाया है। तीन दिन के भीतर यह तीसरा मौका है, जब ट्रंप ने इस तरीके की बात कही है। उन्होंने कहा है कि हम अपने दोस्त प्रधानमंत्री मोदी को वोटर टर्नआउट के लिए 21 मिलियन डॉलर (करीब 182 करोड़ रुपये) की फंडिंग करते हैं। लेकिन हमारा क्या, हमें भी इसकी जरूरत है। इसके अलावा ट्रंप ने बांग्लादेश को लेकर भी कहा कि हम वोटर टर्नआउट के लिए बांग्लादेश को भी 29 मिलियन डॉलर (करीब 251 करोड़ रुपये) की फंड देते हैं। अब इस मामले में कांग्रेस की एंट्री हो गई है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस बयान को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है।

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कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने आज कहा कि 21 मिलियन डॉलर मैंने अपने दोस्त नरेंद्र मोदी को वोटर टर्नआउट बढ़ाने के लिए दिए हैं। लेकिन ट्रंप के इस बयान के बाद आज चारों तरफ चुप्पी है। इसलिए हम नरेंद्र मोदी से जानना चाहते हैं कि ये 21 मिलियन डॉलर कहां गए? क्योंकि ट्रंप के बयान से साबित हो गया है कि उन्होंने 21 मिलियन डॉलर मोदी को चुनावों को प्रभावित करने और वोटर टर्नआउट बढ़ाने के लिए दिए थे। क्योंकि हम लगातार वोटर टर्नआउट के बारे में सवाल पूछ रहे हैं, तो क्या इसी पैसे से वोटर टर्नआउट बढ़ रहा है? नरेंद्र मोदी कितना भी विदेशी फंड ले आएं, वो भारत के लोकतंत्र को कमजोर नहीं कर पाएंगे।

क्या कहा था राष्ट्रपति ट्रंप ने?

राष्ट्रपति ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मेरे मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत को ‘वोटर टर्नआउट’ के लिए 21 मिलियन डॉलर दिए जा रहे हैं। हम भारत में मतदान के लिए 21 मिलियन डॉलर दे रहे हैं। हमारा क्या? मैं भी तो मतदान बढ़ाना चाहता हूं।” इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति ट्रंप ने बांग्लादेश को मिले 29 मिलियन डॉलर अमेरिकी मदद का भी जिक्र किया। ट्रंप ने कहा कि बांग्लादेश को 29 मिलियन डॉलर राजनीतिक परिदृश्य में स्थिरता लाने के लिए दिए गए। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में 29 मिलियन अमेरिकी डॉलर एक ऐसी फर्म को दे दिए गए, जिसके बारे में किसी ने कभी सुना ही नहीं था। उस फर्म में केवल दो लोग काम कर रहे थे।” बता दें कि अमेरिकी सरकार की एजेंसी USAID की ओर से कथित रूप से भारत को दिए गए मदद का मुद्दा देश में राजनीतिक टकराव की वजह बन गया है।

 

डोनाल्ड ट्रंप ने 21 मिलियन डॉलर के बारे में क्या कहा था?

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोटर टर्नआउट बढ़ाने के लिए भारत को 21 मिलियन डॉलर (करीब 182 करोड़ रुपये) की फंडिंग दी है। इसके अलावा, उन्होंने बांग्लादेश को 29 मिलियन डॉलर की फंडिंग का भी जिक्र किया था।

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्रंप के बयान पर क्या प्रतिक्रिया दी?

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्रंप के बयान पर केंद्र सरकार को घेरा और पूछा कि वह 21 मिलियन डॉलर कहां गए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इस फंड से भारत में वोटर टर्नआउट बढ़ा है और इस पैसे से चुनाव प्रभावित किए गए हैं।

क्या अमेरिकी एजेंसी USAID से भारत को मिली फंडिंग का मुद्दा राजनीतिक विवाद बन गया है?

हां, अमेरिकी एजेंसी USAID से कथित रूप से भारत को दी गई फंडिंग का मुद्दा देश में राजनीतिक विवाद का कारण बन गया है, खासकर जब डोनाल्ड ट्रंप ने इसे सार्वजनिक रूप से उठाया।

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने किस मामले में केंद्र सरकार से सवाल पूछा?

पवन खेड़ा ने डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद केंद्र सरकार से सवाल पूछा कि 21 मिलियन डॉलर भारत में कहां गए और क्या इस फंड से चुनावों को प्रभावित किया गया है?

बांग्लादेश को कितने डॉलर की फंडिंग दी गई थी और इसके बारे में क्या कहा गया?

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बांग्लादेश को 29 मिलियन डॉलर की फंडिंग दी गई थी, जो राजनीतिक स्थिरता लाने के लिए एक फर्म को दी गई थी, जिसके बारे में किसी को जानकारी नहीं थी।