नेताओं के पास अपनी बेटियों की सुरक्षा के लिए अंगरक्षक होते हैं, हमारे पास नहीं: प्रदर्शनकारी महिला

नेताओं के पास अपनी बेटियों की सुरक्षा के लिए अंगरक्षक होते हैं, हमारे पास नहीं: प्रदर्शनकारी महिला

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  • Publish Date - August 27, 2024 / 10:36 PM IST,
    Updated On - August 27, 2024 / 10:36 PM IST

कोलकाता, 27 अगस्त (भाषा) पश्चिम बंगाल सचिवालय ‘नबान्न’ की ओर मंगलवार को निकाले गए मार्च में बड़ी संख्या में युवाओं के साथ अधेड़ और बुजुर्ग महिलाओं ने भी हिस्सा लिया।

कोलकाता और हावड़ा को जोड़ने वाले हावड़ा ब्रिज के पास मार्च में शामिल हुई एक महिला ने कहा, ‘‘मैं एक साधारण महिला हूं, एक मां हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज आपकी बेटी, मेरी बेटी और सभी बेटियों की सुरक्षा के लिए यहां आई हूं। नेताओं और मंत्रियों के पास अपनी बेटियों के लिए अंगरक्षक होते हैं, लेकिन हमारे पास नहीं हैं। हमें अपनी बेटियों के लिए खुद ही लड़ना होगा।’’

रैली में भाग लेने वालों को राज्य सचिवालय की ओर बढ़ने से रोकने के लिए लगाए गए बैरिकेड के सामने एक महिला लगातार नारा लगा रही थी। उन्होंने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों की तरफ नारे लगाते हुए कहा, ‘‘जब आप महिलाओं की रक्षा और बचाव नहीं कर सकते तो हमें गोली मार दो।’’

एक प्रशिक्षु डॉक्टर से कथित दुष्कर्म व उसकी हत्या के विरोध में राज्य सचिवालय तक प्रदर्शनकारियों के पहुंचने के प्रयासों के दौरान दोपहर कई स्थानों पर पुलिस के साथ उनकी झड़पें हुईं तथा कोलकाता और हावड़ा की सड़कों पर बड़े पैमाने पर हिंसा हुई।

भाषा आशीष रंजन

रंजन