कोलकाता, 15 जनवरी (भाषा) पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की हत्या और दो अन्य के घायल होने के मामले में पुलिस ने 10 लोगों से पूछताछ की है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
मालदा जिला पुलिस के जांच अधिकारियों ने जिन 10 लोगों से पूछताछ की है, उनमें से अधिकतर स्थानीय हैं। इन लोगों को घटना के बाद मंगलवार को हिरासत में लिया गया था। हालांकि, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘आसपास के प्रतिष्ठानों से सीसीटीवी फुटेज ले लिया गया है। कल शाम हिरासत में लिए गए लोगों से पूरी रात पूछताछ की गई। अभी तक तो यह अपराध बदले की राजनीति के तहत किया गया लग रहा है। हिरासत में लिए गए 10 लोगों में से छह उसी इलाके के हैं। हमने अपनी जांच के तहत कुछ जगहों पर छापेमारी भी की है।’’
हालांकि, पुलिस ने इस बात का कोई प्रमाण होने से इनकार किया है कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर गोली चलाई गई।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि अपराध के दौरान कोई गोली चलाई गई। सीसीटीवी फुटेज या मोबाइल फोन से कोई ऐसा सबूत नहीं मिला है, जिससे पता चले कि हमले के दौरान किसी ने गोली चलाई हो। हमने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन उम्मीद है कि हम जल्द ही अपराधी को पकड़ लेंगे।’’
मालदा जिले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पार्षद दुलाल सरकार की हत्या के एक पखवाड़े से भी कम समय बाद, मंगलवार को जिले के कालियागंज इलाके में एक और तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई और एक स्थानीय समिति के अध्यक्ष सहित दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय समिति के अध्यक्ष बकुल शेख और अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं पर बदमाशों ने उस समय हमला किया जब वे एक सड़क के उद्घाटन कार्यक्रम में भाग ले रहे थे।
तृणमूल कार्यकर्ता अताउल हक उर्फ हसु शेख की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि शेख और पूर्व पंचायत प्रमुख इसरुद्दीन शेख गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका मालदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज चल रहा है।
भाषा
मनीषा वैभव
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