प्रधानमंत्री ने विश्व सिकल सेल दिवस पर इस बीमारी पर काबू पाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई

प्रधानमंत्री ने विश्व सिकल सेल दिवस पर इस बीमारी पर काबू पाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई

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  • Publish Date - June 19, 2024 / 01:03 PM IST,
    Updated On - June 19, 2024 / 01:03 PM IST

नयी दिल्ली, 19 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को विश्व सिकल सेल दिवस पर इस बीमारी पर काबू पाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि सरकार इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने और समय रहते इसकी जांच करवाने जैसे विभिन्न पहलुओं पर काम कर रही है, साथ ही इस क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की ताकत का भी लाभ उठा रही है।

सिकल सेल रोग वंशानुगत रक्त विकारों के एक समूह को संदर्भित करता है, जिसमें आनुवंशिक उत्परिवर्तन असामान्य हीमोग्लोबिन को एक साथ इकट्ठा करता है, जिससे लाल रक्त कोशिकायें सिकल के आकार की हो जाती हैं। ये सिकल के आकार की कोशिकाएं रक्त प्रवाह में रुकावट पैदा करती हैं, जिससे एनीमिया, दर्द, संक्रमण और अन्य गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं।

प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘विश्व सिकल सेल दिवस पर, हम इस बीमारी पर काबू पाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। पिछले साल, हमने राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन शुरू किया और फिर जागरूकता पैदा करने, व्यापक स्तर पर जांच कर शीघ्र पहचान और उचित देखभाल करने जैसे पहलुओं पर काम कर रहे हैं। हम इस क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की ताकत का भी लाभ उठा रहे हैं।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह टिप्पणी की।

नड्डा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हर साल 19 जून को हम सिकल सेल रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व सिकल सेल दिवस मनाते हैं। ‘प्रगति के माध्यम से आशा: वैश्विक सिकल सेल देखभाल और उपचार को मजूबती प्रदान करना’ के मंत्र से प्रेरित होकर हम इस बीमारी का मुकाबला करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को मजबूती प्रदान करते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा प्रयास शीघ्र निदान को बढ़ावा देने, उपचार तक पहुंच सुनिश्चित करने और प्रभावित लोगों के लिए देखभाल की गुणवत्ता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना है।’’

दुनिया भर में हर साल 19 जून को विश्व सिकल सेल दिवस मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य लोगों के बीच सिकल सेल बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाना है।

भाषा ब्रजेन्द्र

ब्रजेन्द्र मनीषा

मनीषा