नई दिल्लीः PM Modi stressed on reforms from Red Fort 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले में 11वीं बार तिरंगा फहराया। इस दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए विकसित भारत @2047 का रोड मैप रखा। लाल किले में आज दिया हुआ उनका सबसे भाषण है। नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर 97 मिनट का भाषण देकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उन्होंने 2016 में 94 मिनट का भाषण देकर रिकॉर्ड बनाया था, जिसे उन्होंने इस साल तोड़ दिया। तो चलिए जानते हैं कि आखिर उनके भाषण क्या खास रहा:-
PM Modi stressed on reforms from Red Fort पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में महिला सुरक्षा,देश के विकास,बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार समेत तमाम मुद्दों को उठाते हुए सख्त संदेश दिया। उन्होंने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के अपने विजन पर भी खुलकर बात की। पीएम मोदी तीसरे कार्यकाल में पहली बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराने वाले तीसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि वो दिन दूर नहीं है, जब भारत इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग का हब होगा। विश्व के बहुत सारे उद्योगपति भारत में निवेश करना चाहते हैं। मैं राज्य सरकारों से अपील करता हूं कि आप निवेशकों को आकर्षित करने के लिए स्पष्ट नीति निर्धारित करें, कानून-व्यवस्था के संबंध में उन्हें आश्वासन दीजिए। राज्यों के बीच निवेशकों को अपनी तरफ खींचने के लिए प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए।
देश में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं। देश को आगे ले जाने के लिए नई पॉलिसी बनाई जा रही है। इससे देश के सिस्टम पर भरोसा बढ़ता है। आज का नौजवान ये बदलाव देख रहा है। 10 साल में उसके सपनों को धार मिली है। आज दुनियाभर में भारत की साख बढ़ी है। आज दुनिया में युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बने हैं, जो आजादी के इतने सालों बाद नहीं आए थे आज उनके दरवाजों पर दस्तक दे रहे हैं। मेरे देश का नौजवान इंक्रीमेंटल प्रगति में विश्वास नहीं रखता। वह छलांग मार रहा है। ये गोल्डन एरा है, इसे जाने नहीं देना चाहिए। इसे पकड़कर चल पड़ेंगे तो विकसित भारत का लक्ष्य पूरा कर लेंगे।
हम दुनिया की बेस्ट प्रैक्टिसिस को आगे रखते हुए बढ़ना चाहते हैं। हर सेक्टर में नएपन की जरूरत है। टेक्नोलॉजी को जोड़ने की जरूरत है। नई नीतियों के चलते यह हो पा रहा है। हम पूरे सामर्थ्य के साथ चल पड़े, खिल उठे, सपनों को पाकर रहे, सिद्धि को निकट देखें इसे आत्मसात करें इस दिशा में चलना है। मैं जमीनी स्तर की बात कर रहा हूं, हमारी 10 करोड़ बहनें विमेंस सेल्फ ग्रुप से जुड़ी हैं। महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं। वो परिवार के निर्णय की भागीदार बन रही हैं। हमारे CEO दुनियाभर में नाम कमा रहे हैं, तो दूसरी ओर एक करोड़ बहनें लखपति दीदी बनती हैं।