PM Modi Speech In Rajya Sabha: नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान विपक्ष ने भी जनकर नारेबाजी की। विपक्षी सांसदों का कहना है कि विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति नहीं दी गई। कुछ देर बाद विपक्षी दलों ने वाकआउट कर दिया। इस पर विपक्षी दलों पीएम मोदी ने कहा कि देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों में सच सुनने की ताकत नहीं है।
पीएम ने कहा कि जिनमें सत्य का सामना करने का साहस नहीं है, उनमें इन चर्चाओं में उठे प्रश्नों के उत्तर सुनने का साहस नहीं है। वे उच्च सदन का, उच्च सदन की गौरवशाली परंपरा का अपमान कर रहे हैं। इसके अलावा भी पीएम ने कई मुद्दों पर बात की। आइए जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें…
1. लोकसभा चुनाव परिणाम
पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव के नतीजों पर कहा कि , भारत की आजादी की इतिहास में हमारे संसदीय लोकतांत्रिक यात्रा में कई दशकों के बाद देश की जनता ने एक सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने का मौका दिया। 60 साल बाद ऐसा हुआ है कि सरकार 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद वापस लौटी है। यह कोई सामान्य बात नहीं है। कुछ लोगों ने जानबूझकर जनता द्वारा दिए गए इस फैसले को धूमिल करने की कोशिश की।
अभी 20 साल बाकी – पीएम मोदी
पीएम ने कहा कि मैं कांग्रेस के कुछ साथियों का हृदय से धन्यवाद करना चाहता हूं क्योंकि नतीजे आए, तबसे ही हमारे एक साथी की तरफ से मैं देख रहा था उनकी पार्टी उनको समर्थन तो नहीं कर रही थी। लेकिन, अकेले झंडा लेकर दौड़ रहे थे। मैं कहता हूं कि वो जो कहते थे उनके मुंह में घी-शक्कर! ये मैं क्यों कह रहा हूं, क्योंकि उन्होंने बार-बार ढोल पीटा था, एक-तिहाई सरकार इससे बड़ा सत्य क्या हो सकता है कि हमारे 10 साल हुए हैं, लेकिन एक-तिहाई हुआ है। दो-तिहाई बाकी है और इसलिए उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी-शक्कर!’
2. संविधान को जन उत्सव के रूप में मनाने का फैसला
संविधान के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा की ‘संविधान हमारे लिए सिर्फ संविधान के अनुच्छेद भर नहीं हैं बल्कि इसकी भावना भी हमारे लिए अहम है। किसी भी परिस्थिति में संविधान हमारा मार्गदर्शन करता है। मैंने जब लोकसभा में हमारी सरकार की तरफ से कहा था कि हम 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाएंगे, तो मैं हैरान हूं कि जो लोग आज संविधान को लेकर घूमते हैं, उन्होंने उसका विरोध किया था। अब जब हम 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं तो हमने इसे जन उत्सव के रूप में मनाने का फैसला किया है।
3. आने वाला पांच साल गरीबी के खिलाफ लड़ाई के लिए
पीएम मोदी ने भविष्य के विजन पर कहा कि आने वाले पांच साल मूल्य सुविधाओं के संतृप्ति के लिए और गरीबी के खिलाफ लड़ाई के लिए हैं। ये चुनाव 10 वर्षों की सिद्धि पर तो मुहर है ही, साथ ही भविष्य के संकल्पों पर भी मुहर है। देश की जनता ने प्रोपेगैंडा को खारिज कर परफॉर्मेंस को तरजीह दी है। इस बार देश की जनता ने हमें पांचवे नंबर से तीसरे नंबर पर पहुंचाने का जनादेश दिया है और हम इस संकल्प को पूरा करके रहेंगे। जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा तो इसका असर जीवन के हर क्षेत्र पर पड़ेगा।
4. पश्चिम बंगाल की घटना पर विपक्ष को घेरा
पीएम मोद ने पश्चिम बंगाल में महिला से सरेआम मारपीट की घटना का जिक्र करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, कि ‘देश का दुर्भाग्य है कि संवेदनशील मामलों में जब राजनीति होती है, तो देशवासियों को और खासकर महिलाओं को अकल्पनीय पीड़ा होती है। मैंने बंगाल से आई कुछ तस्वीरों का सोशल मीडिया पर वीडियो देखा, एक महिला को वहां सरेआम सड़क पर पीटा जा रहा था। वो बहन चीख रही है, लेकिन वहां खड़े लोगों में से कोई मदद के लिए नहीं आ रहा है, सब वीडियो बनाने में लगे हुए थे।
जो घटना संदेशखली में हुई, जिसकी तस्वीरें रोंगटें खड़े करने वाली हैं लेकिन बड़े-बड़े दिग्गज मैं सुन रहा हूं कल से, इसके लिए पीड़ा उनके शब्दों में भी नहीं झलक रही है। जिस प्रकार से दिग्गज लोग भी ऐसी बातों को नजरअंदाज करते हैं तब देश को तो पीड़ा होती ही है, हमारी माताओं-बहनों को ज्यादा पीड़ा होती है।
5. ट्रांसजेंडर रे लिए कानून
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे समाज में किसी न किसी कारण से एक उपेक्षित ट्रांसजेंडर वर्ग है। हमारी सरकार ने ट्रांसजेंडर साथियों के लिए कानून बनाने का काम किया है। पश्चिम के लोगों को भी आश्चर्य होता है कि भारत इतना तरक्कीपसंद है। पद्म अवॉर्ड में भी ट्रांसजेंडर को अवसर देने में हमारी सरकार आगे आई।
6. मछुआरों को भी किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा
किसानों के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि किसान कल्याण हमारी सरकार के केंद्र में हैं। हमारी योजनाओं का लाभ देश के 10 करोड़ किसानों को हुआ है। हमारी सरकार ने किसानों को 12 लाख करोड़ रुपये की फर्टिलाइजर सब्सिडी दी है। कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल में एक बार किसानों की कर्जमाफी हुई और किसानों को गुमराह करने का प्रयास किया गया। 60 हजार करोड़ की कर्जमाफी पर इतना हल्ला मचाया था, लेकिन उसके लाभार्थी सिर्फ तीन करोड़ किसान थे। उनमें भी गरीब किसान का नाम-ओ-निशान नहीं था। हमने कृषि को व्यापक रूप में देखा और मछुआरों को भी किसान क्रेडिट कार्ड मुहैया कराया।