गांधीनगर, 15 जनवरी (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए विभिन्न योजनाओं को लागू किया, जिससे राज्य के सूखाग्रस्त क्षेत्रों में पानी पहुंचा।
शाह ने गांधीनगर जिले के मनसा तालुका के अंबोद गांव में 241 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करने के बाद यह टिप्पणी की। इन परियोजनाओं में अंबोद में महाकाली माता मंदिर में एक कृत्रिम झील, एक चेक बांध और एक बैराज शामिल है।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान जो योजनाएं शुरू कीं, उनसे उत्तरी गुजरात में भूजल स्तर बढ़ाने और पीने के पानी की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद मिली।
उन्होंने कहा, “गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र भाई ने राज्य की प्यास बुझाने का काम किया। जब मैं 1997 में पहली बार विधायक बना, तो उत्तर गुजरात के सभी विधायक बोरवेल के लिए अनुमति मांगते थे, लेकिन यह अनुमति नहीं मिलती थी, क्योंकि यह क्षेत्र एक ‘डार्क जोन’ था। यहां भूजल स्तर 1,200 फीट से नीचे चला गया था।”
गृह मंत्री ने दावा किया कि मोदी ने नर्मदा बांध परियोजना में कांग्रेस की ओर से पैदा की गई अड़चनों से निपटते हुए इसे सफलतापूर्वक पूरा किया।
उन्होंने कहा, “मोदी ने नर्मदा योजना को पूरा करने के लिए संघर्ष किया और कांग्रेस द्वारा पैदा की गई अड़चनों पर पार पाया। उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद नर्मदा बांध पर गेट लगाने का काम भी पूरा हो गया और आज इसका पानी हर घर तक पहुंच गया है।”
शाह ने कहा कि मोदी ने समुद्र में बहकर आने वाले बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए भी काम किया और इसे गुजरात की 9,000 झीलों तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि मोदी ने सौराष्ट्र के हर गांव तक पानी पहुंचाने के लिए ‘सौनी योजना’ की कल्पना की।
गृह मंत्री ने कहा, “उत्तर गुजरात में पानी के संकट के चलते लोग चिंतित थे। मोदी ने इस क्षेत्र के लोगों को राहत देने के लिए सुजलाम सुफलाम योजना पेश की।”
उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के अतिरिक्त पानी को झीलों में प्रवाहित करके और साबरमती नदी पर 14 बांध बनाकर मोदी ने उत्तर गुजरात में भूजल स्तर बढ़ाने में मदद की।
शाह ने कहा कि पानी से भरी नदी और झील भूजल स्तर को 40-50 फीट तक ऊपर ले जाने में मदद करती हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के लागू होने के बाद उत्तर गुजरात को अत्यधिक फ्लोराइड रहित पेयजल मिलना शुरू हो गया।
गृह मंत्री ने कहा कि अंबोद में चेक डैम स्थानीय किसानों और बच्चों के जीवन में बदलाव लाएगा, जिन्हें पीने के पानी में फ्लोराइड के उच्च स्तर के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि गुजरात सरकार क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अंबोद में 550 साल पुराने मंदिर का भी विकास करेगी।
भाषा पारुल पवनेश
पवनेश
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मोदी ने सूखे से जूझ रहे उत्तर गुजरात में पानी…
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