नई दिल्ली : PM Narendra Modi France Tour : पीएम नरेंद्र मोदी दो दिवसीय फ़्रांस दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। वे 14 जुलाई को मनाए जाने वाले फ्रांस के नेशनल डे ‘बैस्टिल डे परेड’ में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस समारोह में भारतीय सशस्त्र बलों की तीनों टुकड़ियां भी हिस्सा लेंगी। इससे पहले वे आज फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात के अलावा रात 11 बजे पेरिस में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे। उस वक्त फ्रांस में शाम के 4.30 बज रहे होंगे। इसमें बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोगों के शामिल होने की संभावना है। पीएम मोदी का यह दौरा फ़्रांस के राष्ट्रपति के निमंत्रण पर हो रहा है।
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PM Narendra Modi France Tour : पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति के बीच आज द्विपक्षीय मुलाकात भी संभव है। इसके साथ ही दोनों देश रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग पर भी चर्चा कर सकते हैं। भारत और फ़्रांस के बीच रक्षा क्षेत्र में कई अहम समझौते होने की भी उम्मीद है। भारत और फ़्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे हुए हुए हैं। भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी की शुरुआत 1998 में हुई थी।
PM Narendra Modi France Tour : फ्रांस के नेशनल डे में पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ अंतिम वक्त तक तैयारियों में जुटे रहे। उन्होंने कहा, ‘जब राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां चुनाव जीत कर एक युवा राष्ट्रपति बने, तभी उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बातचीत हुई थी। तब से मैक्रां प्रधानमंत्री की काफी इज़्ज़त करते हैं। उन दोनों की फोन पर बातचीत भी होती रहती है। पिछले दिनों ग्लोबल फाइनेंसिंग समिट आयोजित हुई थी, जिसमें राष्ट्रपति मैक्रां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सुझाव भी लिया था। विश्व को एकजुट करने पर इनकी चर्चा होती है। दोनों देशों की वैश्विक चुनौतियों पर बातचीत होती रहती है।’
PM Narendra Modi France Tour : उन्होंने कहा, ‘रक्षा क्षेत्र में फ्रांस-भारत के संबंध अतुलनीय हैं. दोनों देश अंतरिक्ष यात्रा में साथ रहे हैं। हमारा संबंध तकनीकी क्षेत्र में भी बहुत घनिष्ठ हैं। 2014 से हमारे आर्थिक संबंध तेज़ी से आगे बढ़े हैं। फ्रांस की जितनी भी बड़ी कंपनियां हैं, वे भारत में मौजूद हैं। भारत को एक एक्सपोर्ट हब के रूप में देखा जा रहा है। किसी भी देश को किसी दूसरे देश के राष्ट्रीय दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में स्वागत करना बड़े ही सम्मान की बात होती है। इससे पता चलता है कि दोनों देशों के संबंध कितने घनिष्ठ हैं।’