नयी दिल्ली, तीन नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि असमिया को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने की खुशी में असम में मनाये जा रहे ‘भाषा गौरव सप्ताह’ की शुभकामनाएं दीं और कामना की कि यह आयोजन लोगों और असमिया संस्कृति के बीच संबंध को और गहरा करे।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘भाषा गौरव सप्ताह एक उल्लेखनीय प्रयास है, जो असमिया को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने पर लोगों के उत्साह को दर्शाता है। मेरी शुभकामनाएं। सप्ताह भर होने वाले कार्यक्रम लोगों और असमिया संस्कृति के बीच संबंध को और गहरा करें। मैं असम से बाहर के असमिया लोगों से भी इसमें भाग लेने का आग्रह करता हूं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने असम के मुख्यमंत्री हिम्मत विश्व शर्मा के उस पोस्ट के जवाब में यह बात कही, जिसमें उन्होंने ‘भाषा गौरव सप्ताह’ मनाएं जाने को लेकर जानकारी साझा की थी।
शर्मा ने कहा, ‘असम की समृद्ध भाषाई विरासत और असमिया को शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्रदान करने का एक सप्ताह तक चलने वाला उत्सव ‘भाषा गौरव सप्ताह’ आज से शुरू हो रहा है। इस सप्ताह, विभिन्न भाषाई समूहों के लोग अपनी भाषाओं का जश्न मनाएंगे और इसे संरक्षित करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करेंगे।’
हाल ही में केंद्र सरकार ने मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बांग्ला को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा दिया है।
भाषा ब्रजेन्द्र दिलीप
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